
#Hindu Issues# BJP# PM Modi# Modi Govt.# States assembly elections# CM Shivraj# Amit Shah# COngress in MP# Ex CM Kamalnath# South region Politics# CM MK Stalin# Udaynidhi Stalin# DMK Leader A raja#
हर बार तो पुलवामा जैसा कांड संभव नहीं
पीएम मोदी ने आम चुनाव के प्रचार की शुरुआत कर दी है। इस बार उसने जीतने के लिये फिर एक धार्मिक उन्माद फैालने वाले मुद्दे को हवा देना शुरू कर दिया है। पिछले 2019 के आम चुनाव के ठीक पहजे पुलवामा कांड हुआ था। पीएम मोदी उस कांड का भी चुनाव प्रचार में जमकर इस्तेमाल किया था। पीएम मोदी ने सारे देश में घूम घूम कर पुलवामा के शहीदों के नाम पर जनता से भाजपा को वोट करने की अपील की। उसका फायदा भाजपा और उसके गठबंधन को काफी हद तक मिला। इतना ही नहीं भाजपा को अकेले 303 सीटों पर सफलता मिली। इस प्रकार भाजपा ने पुलवामा के शहीदों का नाम अपने चुनाव के जीतने में किया। लेकिन हर बार तो पुलवामा जैसा कांड संभव नहीं है। भाजपा और पीएम मोदी समझ गये हैं कि अगला आम चुनाव विकास और आर्थिक मजबूती के नाम पर दोबारा सत्ता में आना असंभव है इसी लिये धार्मिक उन्माद के सहारे ही हिन्दुओं को एकजुट कर जीता जा सकता है। वैसे भी सत्ता समर्थक वीएचपी ने ऐलान कर दिया है कि आने वाले दिनों में विहिप पांच लाख गांचों में जागरण यात्रा निकाल कर धर्म योद्धा बनाने का काम करने वाली है। इससे साफ जाहिर है कि ये सभी लोग मिलकर देश भर में धार्मिक उन्माद फैलाने की साजिश रच रहे हैं।
पीएम को धार्मिक उन्माद पर ही भरोसा
इस बार पीएम ने यह कह कर हिन्दुओं को भड़काने का काम शुरूकर दिया है कि इंडिया गठबंधन देश के सनातन धर्म को खत्म करने की साजिश की है। उसका मकसद सनातन धर्म को खत्म करना है। इस मुद्दे को पीएम मोदी हर जगह प्रमुखता से जनता के बीच रख रहे हैं। वो लोगों से अपील कर रहे हैं कि इंडिया गठबंधन के नेताओं को वोट से चोट करना है। मोदी समझ गये हैं कि लोगों के बीच इंडिया गठबंधन की चर्चा शुरू हो गयी है। उन्हें मालूम है कि पांच राज्यों मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राज्स्थान और मिजोरम में जीतने के आसार बहुत कम दिख रहे हैं। वाहं केवल धर्म का ही हथियार काम करेगा। ऐसे में डीएमके नेताओं ने बैठे बिठाये सनातन का मुद्दा भाजपा के हाथ में दे दिया है। तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना ऐड्स और महामारी से कर राजनीति में उबाल ला दिया है। वहीं दूसरे नेता ए राजा ने सनातन की तुलनता डेंगू और जानलेवा बीमारी से करते हुए कह मानव समाज को बचाने के लिये इसका समूल नाश करना होगा। वो यहां तक ही नहीं रुके उन्होंने भाजपा को सांप तक कह डाला है। जब से ये बयान वायरल हुआ है तब से भाजपा में बवाल मचा हुआ है। सरकार के मंत्री से लेकर भाजपा के नेता डीएमके नेताआं पर हमलावर हैं।

पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने पीएम की पोल खोली
पूर्व जम्मू कशमीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक पीएम मोदी और सरकार से काफी नाराज हैं। वो रिटायर होने के बाद मोदी सरकार की पोल खोलने में लगे हैं। उन्होंने कई टीवी समाचार चैनल्स में पीएम मोदी पर गंभीर आरोप लगाये हैं। पुलवामा कांड के लिये वो पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को दोषी मानते हैं। उन्होने साफतौर पर बयान दिया कि फरवरी 2019 में फौज के सिपाहियों ने घाटी से सड़क मार्ग से न जाकर हवाई मार्ग से जाने का अनुरोध किया था लेकिन गृहमंत्रालय की ओर से उन्हें इसकी इजाजत नहीं मिली। मजबूरी में उन्हें सड़क मार्ग से ही जाना पड़ा और रास्ते फौजियों के ट्रक को आरडीएक्स से उड़ा दिया गया और 40 जांबाज सिपाहियों को अकाल मौत के मुंह में ढकेल दिया गया। श्री मलिक ने आगे कहा कि जब इस मामले पर उन्होंने पीएम से बात की तो उन्होंने मलिक चुप रहने की सलाह दी। मलिक का कहना है कि पिछले आम चुनाव में भाजपा ने पुलवामा कांड को चुनावी हथियार के रूप में इस्तेमाल किया। ये एक घिनौनी राजनीति है जिसे भाजपा अपने फायदे के लिये उपयोग करती है। अब पूर्व राज्यपाल मलिक देश भर में घूम घूम कर पीएम मोदी और भाजपा के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं। श्री मलिक ये भी कहते हैं कि जब देश में किसान आंदोलन चल रहा था तब उन्होंने पीएम मोदी से इस मामले में मध्यस्थता करने की बात कही तो वो उदासीन रहे। एक मुलाकात में उन्होंने पीएम से कहा कि आंदोलन में लगभग 800 किसानों की मोत हो गयी है तो उन्होंने कहा कि किसान क्या उनके लिये मरे हैं जो मैं अफसोस जतााऊं।
पूर्व भाजपा सांसद भी मोदी सरकार का पर हमलावर
पूर्व भाजपा सांसद डा. सुब्रमण्यिन स्वामी भी इन दिनों पीएम मोदी और एनडीए से खासे नारज हैं। उनका मानना है कि नरेंद्र मोदी को फाइनेंस की रत्ती भर जानकारी नहीं है फिर भी वो ऐसा दिखावा करते हैं जैसे वित्त के विशेषज्ञ हैं देश की अर्थव्यवस्था चौपट कर रखी है। चीन ने भारतीय सीमा के अंदर हजारों किमी जमीन पर कब्जा कर सेना तैनात कर रखी है। इस मुद्दे पर मोदी चुप्पी साध लेते है। जब तब वो पाकिस्तान पर खूब बयानबाजी करते हैं लेकिन चीन के मामले में मुंह से आवाज नहीं निकलती है। देश के विदेश मंत्री एस जे शंकर साफ कहते हैं कि वो चीन जैसे शक्तिशाली अर्थ व्यवस्था वाले देश के खिलाफ नहीं बोल सकते हैं।