# General Election 2024# Result of Loksabha election 2024# Modi Govt.# PM Modi# Rahul Gandhi# Congress# Govt. Of India# New Central Govt.#
सत्ता को अंगूठा दिखाता जनादेश
आज चार जून को लोकसभा चुनाव के परिणाम ऐलान हो रहे हैं। एक तारीख से ही राजनीतिक गलियारों में अपनी अपनी जीत के दावे किये जा रहे थे। मोदी सरकार के पक्ष में कुछ सर्वे समाचार चैनलों की स्क्रीन पर रेंगने शुरू हो गये थे। इन सभी सर्वों में मोदी सरकार की प्रचंड बहुमत की सरकार के दावे हुए हैं। दिलचस्प बात यह है कि एनडीए गठबंधन को सभी सर्वों ने 325 से 400 से अधिक सीट जीतने का दावा किया है। वहीं इंडिया गठबंधन ने इसे मोदी शाह का सर्वे बताया है। राहुल गांधी कह रहे हैं कि देश में इंडिया गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। आज सुबह से जो रुझान देखे गये उससे साफ जाहिर हो गया कि एक एक सीट के लिये संघर्ष हो रहा है। खास तौर से यूपी, राजस्थान कर्नाटक और बिहार में भाजपा की काफी फजीहत होते दिख रही है। यूपी में एनडीए को भारी झटका लगने की आशंका है। कई केन्द्रीय अमेठी से मंत्री स्मृति ईरानी, अनुप्रिया पटेल,मेनका गांधी, लल्लू सिंह, करण भूषण शरण, हेमा मालिनी, साक्षी महाराज, अरुण गोविल, संजीव बालियान समेत अनेक दिग्गज नेता की नैय्या डूबती दिख रही है। वाराणसी से भी रुझानों के दौरान खबर आयी कि पीएम मोदी कुछ हजार वोटों से पीछे चल रहे हैं। लेकिन कुछ समय बाद मोदी आगे हो गये थे। वैसे भी यूपी में भाजपा को भारी झटका लगता दिख रहा है। बिहार में भी एनडीए का बुरा हाल है। वहां इंडिया गठबंधन एनडीए को भारी चोट पहुंचाती दिख रही है। यहां नितीश कुमार की पार्टी जेडीयू रुझानों में सबसे बड़ी पार्टी बन गया है। वहीं अन्य दल एलजेपी हम और उपेंद्र सिंह कुशवाह की हालत खस्ता दिख रही है।
इंडिया गठबंधन ने मुद्दों को जनता तक पहुंचाया
इंडिया गठबंधन का कहना है कि नरेंद्र मोदी ने पिछले दस सालों में अम जनता को परेशान करने के सिवा कुछ नहीं किया है जनता ने इस बार मोदी शाह की सरकार को वोट न देकर सबक सिखाया है। यह बात काफी दिलचस्प है कि पहली बार ऐसा हुआ है कि मोदी शाह विपक्ष के इशारों पर जवाब देने को मजबूर हुआ है। इससे पहले विपक्ष मोदी शाह की बनायी पिच पर जा कर खेलता था। इंडिया गठबंधन के नेताओं ने मोदी शाह को बचाओ के लिये मजबूर कर दिया।

संविधान और आरक्षण के मुद्दे पर मोदी शाह को बोलने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने मजबूर कर दिया है। शायद मोदी और शाह को इस बात का अहसास हो गया है कि इस बार उनके बोरिया बिस्तर और बांधने का समय आ गया है। इसी लिये जतना के भरमाने के लिये इस तरह का सर्वे मीडिया में चलवाया जा रहा है। ताकि जनता को लगे मोदी एक बार फिर से पीएम बनने जा रहे हैं। पहली बार हुआ है कि जब विपक्ष ने जनता के मुद्दों को प्रचार में बनाये रखा है इसका उसे फायदा होता दिख रहा है। एक बार और भी सामने दिख रही है कि लोग टीवी चैनल्स न्यूज पेपर्स की विश्वसनीयता पर सवाल उठा रहे हैं। आम जनता सोशल मीडिया और यूट्यब पर ज्यादा विश्वास कर रहे हैं।