यूपी में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। दूसरे राज्यों से आए प्रवासी मजदूरों में भी कोराेना की बीमारी तेजी से फैल रही है। प्रदेश में अब तक दूसरे राज्यों से आए 2012 प्रवासी श्रमिक कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीज निकले हैं। इस तरह अब तक कुल 7284 मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। पिछले 24 घंटों में 213 कोरोना वायरस के नए केस मिले हैं। 4244 मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं। 198 मरीजों की मौत हो चुकी है। प्रदेश में अब एक्टिव केस 2842 हैं।
20 टू-नेट्स मशीन जिलों में भेजी गई :
सरकारी अस्पतालों में शुरू हुई इमरजेन्सी सेवाओं के मरीजों में कोरोना वायरस के लक्षण का पता लगाने के लिए प्रदेश सरकार ने 20 टू-नेट्स मशीन जिलों में भेजी हैं। बाकी 55 जिलों में भी एक-एक मशीन अगले पांच दिनों में पहुंच जाएगी। यह जानकारी चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने शुक्रवार को अपर मुख्य सचिव गृह व सूचना अवनीश अवस्थी के साथ एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में दी।
9981 नमूनों की एक दिन में हुई जांच
पिछले 24 घंटों में 9981 नमूने जांच के लिए गए हैं। यह संख्या अब तक एक दिन में लिए जाने नमूनों में सबसे ज्यादा है। इस तरह प्रतिदिन टेस्टिंग के निर्धारित लक्ष्य 10 हजार तक स्वास्थ्य विभाग पहुंच चुका है। प्रदेश में अब तक ढाई लाख से ऊपर नमूनों की जांच हो चुकी है। 2,53,989 नमूनों की जांच हो चुकी है। पिछले 24 घंटों में पूल टेस्टिंग में 981 पूल पांच-पांच नमूनों के और 71 पूल 10-10 नमूनों के लिए गए हैं।
डेढ़ घंटे में पता चलेगा कोरोना संक्रमण
श्री प्रसाद ने बताया कि टू-नेट्स मशीन से सरकारी अस्पताल की इमरजेंसी में आए मरीज की पहले जांच की जाएगी। इससे एक-डेढ़ घंटे में मालूम हो जाएगा कि मरीज कोराना वायरस संक्रमित है या नहीं। उसके बाद ही उसका इलाज शुरू किया जाएगा। इससे डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ को भी कोरोना वायरस से संक्रमित होने से बचाने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के मरीजों की सांस की रफ्तार मापने के लिए सभी जिलों को पल्स ऑक्सीमीटर उपलब्ध करा दिए गए हैं। इसी तरह प्रत्येक जिले को 50-50 इन्फ्रारेड थर्मामीटर भी दिए गए हैं।
प्रमुख सचिव ने बताया कि पिछले 24 घंटों में आशा बहुओं ने 10 लाख से ज्यादा प्रवासी श्रमिकों का सर्वे किया। इनमें 986 श्रमिकों में कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए हैं। इनके नमूने लेकर टेस्टिंग के लिए भेजे गए हैं। अब तक 2916 मरीज आइसोलेशन बेड पर और 8507 क्वारंटीन बेड पर हैं।