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चक्रवाती तूफान निसर्ग (Cyclone Nisarga) आज महाराष्ट्र में दस्तक देने वाला है। मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात अभी मुंबई से 215 किलोमीटर दूर है। वहीं, महाराष्ट्र के अलीबाग से चक्रवात की दूरी 165 किलोमीटर है। इस वजह से मुंबई समेत कई तटीय इलाकों में तेज बारिश शुरू हो गई है।
मौसम विभाग ने सुबह सात बजे के बुलेटिन में बताया कि तूफान ‘निसर्ग’ सूरत के भी करीब पहुंच रहा है। हालांकि, इस समय सूरत से तूफान की दूरी मुंबई और अलीबाग के मुकाबले ज्यादा है। सूरत से तूफान 440 किलोमीटर दूर है। विभाग ने बताया, ‘महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में आने वाले अलीबाग में तूफान तकरीबन दोपहर 12 बजे से दोपहर तीन बजे के बीच आ सकता है।’
भारत सरकार ने निसर्ग के बारे में अपडेट देते हुए बताया कि समय के साथ साथ तूफान लगातार और ताकतवर हो रहा है और आगे बढ़ रहा है। पिछले घंटे में डायमीटर घटकर 65 किलोमीटर हो गया है। वहीं, हवा की गति में भी तेजी आई है। हवाओं की गति 85-95 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 90-100 किमी हो गई है।
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महाराष्ट्र और गुजरात में तूफान के मद्देनजर एनडीआरएफ ने भी कमर कस ली है। दोनों राज्यों में मिलाकर एनडीआरएफ की 33 टीमों को तैनात किया गया है। अकेले महाराष्ट्र में ही 20 टीमों को तूफान निसर्ग से निपटने के लिए लगाया गया है।
तूफान से पालघर और रायगढ़ स्थित केमिकल और परमाणु संयत्र पर भी खतरा उत्पन्न हो गया है। इनकी सुरक्षा के लिए सावधानियां बरती जा रही हैं। पालघर में देश का सबसे पुराना तारापुर एटॉमिक पॉवर प्लांट है। वहीं, गुजरात और महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों से 40 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। महाराष्ट्र में लोगों को तटीय इलाकों में जाने से रोका गया है।
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रत के मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि अरब सागर के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र और गहरा हो गया है। चक्रवात निसर्ग के बुधवार को देर शाम तक उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात तटों तक पहुंचने का अनुमान है। हालांकि, अम्फान के मुकाबले निसर्ग थोड़ा कमजोर है, लेकिन आपदा प्रबंधन दल इसके लिए भी कमर कस चुके हैं।
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