पुलिस ने ​किया दस हजार का चालान, हाईकोर्ट ने तलब किया

नयी दिल्ली। दिल्ली पुलिस इस कदर बेलगाम हो गयी है कि बिना ​किसी वजह किसी को भी अपना शिकार बना रही है। ताजा मामले में दिल्ली के राजेश पुलिस की ज्यादती का शिकार बने हैें। पुलिस ने सिर्फ इस बात के लिये उसके आटो का 10,000 चालान कर दिया कि उसके आटो पर आई लव केजरीवाल का पोस्टर लगा था। इस चालान से बचने के लिये राजेश ने हाई कोर्ट की शरण ली। हाई कोर्ट ने ​याची को राहत देते हुए दिल्ली पुलिस से यह पूछा है कि उसने किस धारा के तहत आटो का चालान किया है। दिल्ली हाई कोर्ट ने इस मामले में दिल्ली पुलिस, चुनाव आयोग और दिल्ली सरकार का रुख जानने का नोटिस दिया है।

मामला 15 जनवरी का है जब आटो ड्राइवर राजेश अपने आटो के साथ कालिंदी कुंज के पास था। तभी दिल्ली यातायात पुलिस के जवानों ने उसे रोक कर उससे आटो के पीछे आई लव केजरीवाल का पोस्टर लगा था। इसी को वजह बनाते हुए दिल्ली पुलिस के जवानों ने उसके आटो का दस हजार का चालान काट दिया। राजेश ने बताया कि उसे किसी राजनीतिक दल ने पोस्टर लगाने के लिये दबाव नहीं बनाया है। यह पोस्टर अपनी इच्छा से पिछले एक साल से आटो पर लगाया था। राजेश ने अपनी याचिका में यह कहा कि यह उसका मूलभूत अधिकार है कि वो किसी भी प्रकार का पोस्टर अपने वाहन पर लगा सकता है पुलिस ने उसके मूलभूत अधिकारों का हनन किया है।

दूसरी ओर दिल्ली सरकार और पुलिस के वकीलों ने कोर्ट से इस मामले की जांच के लिये समय की माग की है। दिल्ली चुनाव आयोग के वकील ने दलील दी कि आटो ड्राइवर अपनी जगह सही है लेकिन उसने राजनीतिक दल का पोस्टर लगा का अचार संहिता का उल्लंघन किया है। इस पर याची के वकील ने कहा जो पोस्टर राजेश के आटो पर चस्पा था वह उसने अपने पैसे से खरीद कर लगाया था। अदालत ने इस मामले की सुनवायी के लिये 3 मार्च की डेट दी है।

इस मामले पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने भाजपा को निशाने पर रखते हुए कहा कि दिल्ली के गरीबों को परेशान करना बंद करे बीजेपी। बीजेपी पुलिस के जरिये गरीब आटो चालकों का शोषण करवा रही है। राजेश की गल्ती सिर्फ इतनी थी कि उसने आटो के पीछे मेरा पोस्टर लगाया था। ऐसे में उस पर दस हजार का चालान करना किसी भी सूरत में ठीक नहीं है।

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