Ex CJI रंजन गोगोई हो सकते हैं असम चुनाव में भाजपा के CM कैंडिडेट, अयोध्या जमीन विवाद पर दिया था फैसला


कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तरुण गोगोई ने दावा किया है कि अयोध्या जमीन विवाद समेत विभिन्न अहम मामलों में फैसले सुनाने वाली पीठों की अगुवाई कर चुके पूर्व प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई अगले साल असम विधानसभा चुनाव में भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हो सकते हैं। हालांकि, भाजपा ने रंजन गोगोई के संबंध में तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके तरूण गोगोई के दावों का खंडन किया है। रंजन गोगोई को मार्च में सरकार ने राज्यसभा के लिए नामित किया था।

तरुण गोगोई ने कहा कि यदि पूर्व प्रधान न्यायाधीश राज्यसभा जा सकते हैं तो वह असम में भाजपा के अगले मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए भी राजी हो सकते हैं। उन्होंने कहा, ”मैंने कई सूत्रों से सुना है कि रंजन गोगोई मुख्यमंत्री पद के लिए भाजपा के उम्मीदवारों की सूची में हैं। मुझे संदेह है कि उन्हें अगले मुख्यमंत्री पद के संभावित उम्मीदवार के रूप में पेश कर दिया जाए।”

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कांग्रेस नेता ने दावा किया कि असम के पूर्व मुख्यमंत्री केशबचंद्र गोगोई के पुत्र रंजन गोगोई आसानी से मानवाधिकार आयोग या अन्य आयोगों के अध्यक्ष बन सकते थे लेकिन उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता स्वीकार की, क्योंकि ‘उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा है। तरुण गोगोई ने शनिवार (22 अगस्त) को दावा किया, ”भाजपा अयोध्या जमीन विवाद मामले के फैसले को लेकर रंजन गोगोई से खुश थी। यदि वह भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री पद के अगले उम्मीदवार के तौर पर राजी हो जाते हैं तो यह आश्चर्यजनक नहीं होगा।”

हालांकि, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रंजीत कुमार दास ने कहा, ”लोग जब बुजुर्ग हो जाते हैं तो कई बेमतलब की चीजें बोलते हैं। तरुण गोगोई ने पूर्व प्रधान न्यायाधीश के भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बनने के बारे में जो कुछ कहा है, वह सच नहीं है।” तरुण गोगोई ने कहा कि वह कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं बनने जा रहे हैं।





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