14 अप्रैल की सुबह पीएम मोदी ने देश की जनता को संबोधित करते हुए लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ाने का ऐलान क​र​ दिया। इससे पहले लोगों को लग रहा था कि ​21 दिनों के लॉकडाउन के बाद राहत मिलने वाली है। महाराष्ट्र के मुंबई में शाम चार से पांच के बीच बांद्रा रेलवे स्टेशन और उसके आस पास भारी संख्या में दिहाड़ी मजदूर अपने घरों को जाने के लिये जमा हो गये। स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने मजदूरों को संभालने की कोशिश की लेकिन हालात बिगड़ने लगे। इस पर पुनिस ने भूखे प्यासे बेबस मजूदरों पर लाठी चार्ज कर उन्हें भगाया। समझने वाली बात यह है कि बिना किसी सूचना के इतने सारे दिहाड़ी मजदूर लोग बांद्रा पश्चिम रेलवे स्टेशन के पास कैसे पहुंच गये। इस घटना के दिन ही महाराष्ट्र पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है। जिसमें एक एबीपी मांझी का रिपोर्टर और दूसरा मजदूरों का नेता बताया जा रहा है।
मालूम हो कि एबीपी मांझी में एक खबर का प्रसारण किया गया कि 14 अप्रैल को मुंबई से यूपी, बिहार और अन्य जगहों के लिये ट्रेन के संचालन का अनुमान है। इस समाचार को सुन कर दिहाड़ी मजदूरों में अपने घर वापस जाने की होड़ मच गयी और हजारों की संख्या में वो बांद्रा पश्चिम रेलवे स्टेशन व आसपास पहुंच गये। बाद में यह समाचार पूरी तरह से फर्जी पाया गया। इस संबंध में स्थानीय पुलिस टीवी के रिपोर्टर राहुल कुलकर्णी के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए अरैस्ट कर लिया। हालांकि इस खबर के संबंध में चैनल की ओर स्पष्टीकरण भी दे दिया गया है।
इसके अलावा पुलिस लोगों को बरगलाने के आरोप में ​विनय दुबे नाम के शख्स को भी हिरासत में लिया है। यह बताया जा रहा है इसने सोशल मीडिया पर कुछ विवादित पोस्ट डाले थे उन्हें पढ़ने के बाद लोग रेलवे स्टेशन के निकट पहुंचने लगे। कुछ लोगों का कहना है कि दुबे बीजेपी के आईटी सेल का सक्रिय सदस्य है। रेलवे स्टेशन के आसपास दिहाड़ी मजदूरों के पहुंचने पर राजनीति गर्मान लगी है। टीवी चैनलों पर होने वाली डिवेट में साजिश होने का खेल खेलने लगे है।
मंगलवार की शाम महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे ट्वीट कर यह जानकारी दी कि सरकार ने केन्द्र से 24 घटे रेल चलाने का प्रस्ताव भेजा था। उस पर कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया गया था। रेलवे की ओर से भी इसी संबंध में रेल मंत्रालय को तुरंत निर्णय करने के लिये पत्र लिखा था। लेकिन 14 अप्रैल को पीएम के संदेश के बाद रेलवे ने अपना निर्णय ठंडे बस्ते में डाल दिया।
यह भी सुनने में आ रहा है कि केन्द्र जानबूझ कर महाराष्ट्र सरकार के आगे अड़ंगे लगा रही है जिससे महाराष्ट्र में शांति भंग हो और सरकार गिराने का मौका मिल सके। एक माह पूर्व मध्यप्रदेश में भी इसी तरह का खेल भाजपा कर चुकी है।
रेल मंत्रालय ने भ साफ कर दिया कि 3 मई से पहले कोई ट्रेन नही चलायी जायेगी। महाराष्अ्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने ट्वहअ कर कहा कि चैनल की लावरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जायेगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here