भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर टी-20 सीरीज का तीसरा मुकाबला खेला जा रहा है। इस मैच में भारत के कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया। ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजों की धुनाई करते हुए स्कोरबोर्ड पर अच्छे रन बनाए। टीम को इस स्कोर तक पहुंचाने में कंगारू विकेटकीपर मैथ्यू वेड का योगदान काफी अहम रहा। उन्होंने इस मैच में 53 गेंदों पर 80 रनों की पारी खेली। इस पारी के दौरान एक ऐसा पल भी आया जब भारत के डीआरएस लेने के बाद वेड के आउट होने के बावजूद भी उन्हें आउट नहीं दिया गया। 

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यह वाकया ऑस्ट्रेलियाई पारी के 11वें ओवर में हुआ। टी नटराजन के इस ओवर से महज पांच रन आए। ओवर की चौथी गेंद पर मैथ्यू वेड एलबीडब्ल्यू आउट थे, भारत ने रिव्यू भी लिया, लेकिन रिव्यू लेने में थोड़ी देर कर दी। बड़ी स्क्रीन पर रिप्ले देखने के बाद रिव्यू लेने के फैसले के चलते भारत को इस दौरान बड़ा नुकसान झेलना पड़ा। रिप्ले में साफ था कि वेड एलबीडब्ल्यू आउट थे। लेकिन अंपायर ने उन्हें आउट नहीं दिया। इस तरह वेड को एक जीवनदान मिल गया और उन्होंने इसका फायदा उठाते हुए 51 रनों से अपनी पारी 80 रनों तक पहुंचाई।

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अंपायर के इस फैसले पर विश्व क्रिकेट में काफी चर्चा हो रही है और इस पर कई पूर्व खिलाड़ियों ने अपनी राय रखी है। पूर्व भारतीय स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने कहा कि, ‘डीआरएस का इस्तेमाल गलतियों को कम करने के लिए किया गया था। ओझा के अनुसार, वेड को खुद से पवेलियन की तरफ चले जाना चाहिए था। अंपायरों का यह फैसला विराट कोहली को काफी दिक्कत देगा क्योंकि अब वेड का एक-एक विराट को चुभेगा।’

वहीं इस पर आकाश चोपड़ा ने कहा कि, ‘अंपायरों ने सही फैसला लिया है। बड़ी डिस्पले पर देखने के बाद आप रिव्यू नहीं ले सकते हैं। इसलिए आपको पहले ही डीआरएस का फैसला ले लेना चाहिए था। 





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