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मोदी जी झूठ बोलने में आस्कर जीत सकते हैं ताजा मामला बिजनौर वर्चुअल मीटिंग ​का है। उन्होंने कहा कि बीजेपी में भाई भतीजावाद नहीं चलता है। यह बात उतनी सच है जितनी काला को सफेद कहा जाये। मोदी सरकार के सबसे तेजतर्रार मंत्रियों में गिने जाने वाले पीयूष गोयल की राजनीति को उनकी पार्टी के शब्दों में वंशवाद का परिणाम कहा जा सकता है। पीयूष की मां चंद्रकांता गोयल तीन बार विधायक रहीं और उनके पिता वेदप्रकाश गोयल अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रहे थे।
विजय राजे सिंधिया भाजपा की दिग्गज नेता हैं। उनकी बेटी वसुंधरा राजे राजस्थान में मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। वसुंधरा की बहन यशोराज सिंधिया मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री हैं। विजय राजे सिंधिया के बेटे माधवराव सिंधिया कांग्रेस के दिग्गज नेता और कैबिनेट मंत्री रहे थे। उनके बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मनमोहन सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। यह बात और है कि उन्होंने पल्टी मार कर बीजेपी का दामन लिया और फिलहाल मोदी सरकार में सिविल एवियेशन मंत्री हैं। वसुंधरा राजे भी उनके बेटे भी भाजपा के सांसद हैं। कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह भाजपा के सांसद है। राजवीर के बेटे संदीप सिंह को भी इस बार विधानसभा में टिकट दिया गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ​के बेटे पंकज सिंह नोयडा से भाजपा के एमएलए हैं। इस बार भी उन्हें नोयडा से उम्मीदवार बनाया गया है।
निर्मला सीतारमण ने जेएनयू से पढ़ाई की। उन्होंने पराकला प्रभाकर से शादी की पराकला का परिवार राजनीतिक परिवार है। पराकला के पिता आंध्र प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता थे। वो मंत्री भी रहे। उनकी मां भी विधायक रहीं।पराकला ने भी 1994 और 1996 में कांग्रेस के टिकट पर दो बार विधायक का चुनाव लड़ा पर हार गए। फिर वो भाजपा में शामिल हो गए।
भाजपा की तरफ से आक्रामक प्रवक्ता का काम करने वाले रविशंकर प्रसाद बिहार में कर्पूरी ठाकुर सरकार में मंत्री रहे ठाकुर प्रसाद के बेटे हैं। ठाकुर प्रसाद जनसंघ के शुरुआती नेताओं में से थे। वो जनसंघ की बिहार यूनिट के अध्यक्ष भी रहे थे।
चौधरी बीरेंदर सिंह किसान नेता सर छोटूराम के पोते हैं। बीरेंदर के पिता चौधरी नेकीराम भी पंजाब-हरियाणा की राजनीति में सक्रिय रहे। बीरेंदर सिंह 2014 तक कांग्रेस में रहे और लोकसभा चुनाव से पहले इस्तीफा देकर भाजपा में आ गए। उनकी पत्नी प्रेमलता भी हरियाणा की उचाना कलां विधानसभा से विधायक हैं।
इंद्रजीत सिंह राव बीरेंदर सिंह के बेटे हैं जो पंजाब के मुख्यमंत्री रहे थे। बीरेंदर सिंह हरियाणा और पंजाब की सरकार के साथ केंद्र सरकार में भी मंत्री रहे थे। धर्मेंद्र प्रधान के पिता देबेंद्र प्रधान ओडिशा में भाजपा के बड़े नेता थे। वो अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री भी रहे थे।
हरसिमरत कौर बादल- हरसिमरत कौर बादल सुखबीर सिंह बादल की पत्नी हैं. सुखबीर पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं, सुखबीर पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रकाश सिंह बादल के बेटे हैं.
विजय गोयल केंद्र में मंत्री बनने से पहले दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष रहे थे। इनके पिता चरती लाल गोयल दिल्ली बीजेपी के बड़े नेता थे और दिल्ली विधानसभा के स्पीकर रहे थे। जयंत सिन्हा भाजपा के कद्दावर नेता और वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे यशवंत सिन्हा के बेटे हैं। यशवंत सिन्हा ने हाल ही में भाजपा से इस्तीफा दे दिया था। किरण रिजिजू- अरुणाचल से आने वाले किरण रिजिजू के पिता रिन्चिन खारू राजनीति में सक्रिय थे। वो अरुणाचल प्रदेश की पहली विधानसभा में प्रो-टर्म स्पीकर भी रहे थे।
सांसद और मोदी सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल सोनेलाल पटेल की बेटी हैं। सोनेलाल ने ही अपना दल की स्थापना की थी. उनकी एक सड़क हादसे में मौत के बाद उनकी पत्नी इस पार्टी की अध्यक्ष बनीं। इनकी बेटी अनुप्रिया अब मोदी सरकार में मंत्री हैं.इसके बाद बारी उन मंत्रियों की जो अपने परिजनों को राजनीति में स्थापित कर रहे हैं।

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