नयी दिल्ली। संडे की शाम को जेएनयू छात्रावास में लगभग 50 गुंडों ने घुस कर छात्र, छात्राओं को बुरी तरह लाठी डंडों और लोहे की रॉड से जख्मी किया। गुडों ने यह तांडव लगभग तीन घंटों तक जारी रखा। उन्होंने कावेरी, साबरमती और पेरियार छात्रावासों में घुसकर हिंसा का तांडव मचाया।
उनके रास्ते में जो भी आया उसे लाठी और डंडों से बुरी तरह पीटा। हिंसा इतनी विकट थी कि दर्द से छात्र छात्राएं चीख रहे थे। लेकिन गुंडों ने किसी को भी नहीं बख्शा लगभग तीन दर्जन स्टूडेंट्स गंभीर रूप से जख्मी हुए। उनका इलाज ऐम्स में कराया गया। इतना ही नहीं स्वराज्य इंडिया के योगेंद्र यादव जब जेएनयू के मेन गेट के पास पहुंचे तो उन पर भी हमला किया गया। जब उन पर हमला हो रहा था तब दिल्ली पुलिस वहां पर मूक दर्शक बनी रही। श्री यादव ने कहा कि जेएनयू के हास्टल के अंदर और बाहर पुलिस के संरक्षण में गुंडे हिंसा कर रहै हैं।
सोमवार की सुबह कांग्रेस मुख्यालय पर मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस हिंसा के पीछे मोदी और शाह की साजिश बताया है। सुरजेवाला ने कहा कि जिन नौजवानों के बल पर बीजेपी ने रिकार्ड तोड़
सफलता प्राप्त की उन्हीं नौजवानों पर मोदी सरकार पुलिस गुंडों के जरिया जानलेवा हमले करवा रही है। सुरजेवाला ने यह भी कहा विवि प्रशासन उस वक्त क्या कर रहा था जब यह हिंसा हो रही थी। गुंडे हास्टल में घुस कर छात्रों और छात्राओं पर लाठियां और लोहे की सरिया बरसा रहे थे। यह भी साफ है कि इस तरह की हिंसक घटना में पुलिस की भी भूमिका पर सवाल उठ रहा है। गुंडे तोड़ फोड़ और बर्बरता कर रहे थे और पुलिस एक ओर खड़ी तमाशा देख रही थी। घंटों बाद पुलिस वहां पहुंची और तब तक गुंडे हिंसा कर के वहां से भाग चुके थे।