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बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स आज 146.67 अंकों की उछाल के साथ 33,450.19 के स्तर पर खुला तो वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी आज दिन के कारोबार की शुरुआत बढ़त के साथ की। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 184 अंक ऊपर 33,488.25 के स्तर पर था वहीं निफ्टी में भी 54 अंक की उछाल देखी जा रही थी।
सोमवार को सेंसेक्स 879.42 अंकों की छलांग के साथ 33,303.52 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं अनलॉक के पहले दिन निफ्टी भी 245.85 अंकों की बढ़त के साथ के स्तर पर 9,826.15 लॉक हुआ। मेटल सेक्टर में जबरदस्त खरीदारी देखने को मिली थी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के राइट्स इश्यू को 1.1 गुना अधिक सब्सक्राइव किया गया
भारत के सबसे धनी कारोबारी मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के 53,124 करोड़ रुपये के राइट्स इश्यू को बंद होने के दो दिन पहले ही सोमवार को 1.1 गुना अधिक सब्सक्राइव किया गया। शेयर बाजारों पर उपलब्ध आंकड़ों से इसकी जानकारी मिली। आंकड़ों के अनुसार, 42.26 करोड़ शेयरों की पेशकश की तुलना में 46.04 करोड़ शेयरों के लिये बोलियां प्राप्त हुईं। यह पेशकश की तुलना में 8.9 प्रतिशत अधिक है। बीएसई पर 44.85 करोड़ शेयरों के लिये बोलियां प्राप्त हुईं। इसके अलावा एनएसई पर 0.57 करोड़ शेयरों के लिये तथा आर-वैप के जरिये रजिस्ट्रार के माध्यम से 0.62 करोड़ शेयरों के लिये बोलियां प्राप्त हुईं।
मुनाफे के लिए काम नहीं करने वाले संगठन सीधे ‘सोशल एक्सचेंज में सूचीबद्ध हो सकेंगे
पूंजी बाजार नियामक सेबी द्वारा गठित एक समिति ने सुझाव दिया है कि निजी मुनाफे के लिये काम न करने वाले संगठन अपने बांड सीधे ‘सोशल एक्सचेंजों में सूचीबद्ध करा सकते हैं। समिति ने कहा है कि इस तरह के ‘सोशल स्टॉक एक्सचेंज (एसएसई) मौजूदा शेयर बाजारों में ही स्थापित किये जा सकते हैं। सोशन स्टॉक एक्सचेंज पर सुझाव देने के लिये गठित इस समिति का कहना है कि ऐसा होने से एसएसई मौजूदा बाजारों की उपलब्ध सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे।
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इन बाजारों की ग्राहक संपर्क सुविधाओं के जरिये निवेशकों, दानदाताओं और सामाजिक उद्यमों (मुनाफा कमाने और बिना मुनाफे वाले दोनों) से संपर्क भी साधा जा सकेगा। समिति ने पूंजी बाजार नियामक को सौंपी अपनी रिपोर्ट में इस तरह की सिफारिशें की हैं। समिति ने इसके साथ ही वित्तपोषण के लिये भी कई तरह की प्रणालियां सुझाईं हैं। इनमें एक सुझाव वैकल्पिक निवेश कोष के तहत सामाजिक उद्यम कोष (एवीएफ) का भी सुझाव दिया गया है। इसके अलावा एसएसई के तहत धन जुटाने वाले संगठनों के लिये एक नए न्यूनतम रिपोर्टिंग मानक का भी प्रस्ताव किया गया है।
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