Edited By Shashank Jha | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated:
- एंप्लॉयी और एंप्लॉयर का पीएफ में योगदान घटाया गया, अगस्त तक लागू
- पहले 12-12 फीसदी का था योगदान जिसे घटाकर 10 फीसदी किया गया
- इस घोषणा का फायदा 6.5 लाख एंप्लॉयर और करीब 4.3 करोड़ एंप्लॉयी को होगा
- प्रधानमंत्री गरीब कल्याण के तहत पीएफ पर दी गई सुविधा तीन महीने के लिए बढ़ी
नई दिल्ली
टेक होम सैलरी बढ़ाने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज एंप्लॉयी प्रविडेंट फंड (EPF) में योगदान को घटा दिया है। वर्तमान में प्राइवेट सेक्टर एंप्लॉयी और एंप्लायर का ईपीएफ में योगदान बेसिक सैलरी का 12-12 फीसदी होता है जिसे घटाकर 10 फीसदी कर दिया गया है। हालांकि यह अगले तीन महीने (जून, जुलाई और अगस्त) के लिए ही लागू होगा। सरकार के इस फैसले से नौकरी वालों की जेब में ज्यादा कैश तो आएगा लेकिन पीएफ के रूप में पैसों की बचत नहीं हो पाएगी, खास कर तब जब ईपीएफ पर ब्याज दर एफडी से भी ज्यादा है।
6.5 लाख एंप्लॉयर और करीब 4.3 करोड़ एंप्लॉयी को फायदा
इस स्कीम का फायदा केवल उन लोगों को मिलेगा जो पीएम गरीब कल्याण पैकेज के तहत कवर नहीं होते हैं। इस घोषणा का फायदा 6.5 लाख एंप्लॉयर और करीब 4.3 करोड़ एंप्लॉयी को होगा। सरकार का कहना है कि इससे एंप्लॉयर और एंप्लॉयी को अगले तीन महीने में 6750 करोड़ रुपये ज्यादा आएंगे।
निर्मला सीतारमण प्रेस कॉन्फ्रेंस की प्रमुख बातें
26 मार्च को हुई थी इसकी घोषणा
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत पीएफ को लेकर जो घोषणा की गई थी उसे भी तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया है। 26 मार्च को वित्त मंत्री निर्मला सीतारण ने जब पहले राहत पैकेज की घोषणा की थी तब उन्होंने कहा था कि जिस कंपनी में 100 से कम कर्मचारी हैं और जिसकी सैलरी 15 हजार से कम है, ऐसी कंपनियों में 12 फीसदी एंप्लॉयी और 12 फीसदी एंप्लॉयर का हिस्सा सरकार जमा करेगी।
टैक्स रिटर्न की तारीख बढ़ी, अब 30 नवंबर तक
3.67 लाख एंप्लॉयर और 72.22 लाख एंप्लॉयी को फायदा
उस समय सरकार की तरफ से घोषणा की गई थी कि 31 मई 2020 तक सरकार यह हिस्सा जमा करेगी। अब इसे जून, जुलाई और अगस्त महीने के लिए भी लागू कर दिया गया है। इससे करीब 3.67 लाख एंप्लॉयर और 72.22 लाख एंप्लॉयी को फायदा मिलेगा। सरकार का कहना है कि इससे करीब 2500 करोड़ की ज्यादा लिक्विडिटी आएगी।