अमेरिकी फेडरल रिजर्व के निराशाजनक आर्थिक परिदृश्य की बात कहने के बाद वैश्विक बाजारों में निवेशकों की भावनाएं कमजोर हुईं, जिसका असर घरेलू बाजारों पर भी देखने को मिला और बृहस्पतिवार को शेयर बाजार बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स 394.40 अंकों की गिरावट के साथ 38,220 और निफ्टी 96.20 अंक गिरकर 11,312.20 के स्तर पर बंद हुआ।
आज सुबह शुरुआती कारोबार के दौरान प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स 300 अंकों से अधिक गिर गया। इस दौरान बीएसई सेंसेक्स 344.53 अंक या 0.89 प्रतिशत की गिरावट के साथ 38,270.26 पर कारोबार कर रहा था, जबकि एनएसई निफ्टी 92.80 अंक या 0.81 प्रतिशत गिरकर 11,315.60 पर था।
सेंसेक्स में सबसे अधिक दो प्रतिशत की गिरावट एचडीएफसी बैंक और एक्सिस बैंक में नजर आई। आईसीआईसीआई बैंक, इंडसइंड बैंक,आईटीसी, मारुति, सनफार्मा, एशियन पेंट्स और टाइटन आदि गिरने वाले शेयरों में शामिल रहे। दूसरी ओर एनटीपीसी, पावरग्रिड, ओएनजीसी, टाटा स्टील बढ़त के साथ बंद हुए।
कल वैश्विक स्तर पर सकारात्मक रुख के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक की अगुवाई में घरेलू शेयर बाजार में बुधवार को तेजी आयी और बीएसई सेंसेक्स 86 अंक बढ़त के साथ बंद हुआ। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स कारोबार के दौरान एक समय 38,788 अंक तक चला गया था। लेकिन अंत में यह 86 अंक यानी 0.22 प्रतिशत की बढ़त के साथ 38,615 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 23 अंक यानी 0.20 प्रतिशत की बढ़त के साथ 11,408 अंक पर बंद हुआ।