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आजकल आम आदमी पार्टी की महिला सांसद स्वाति मालिवाल समाचारों की सुर्खियां बनी हुई हैं। वैसे भी भाजपा ऐसा कोई भी मौका नहीं छोड़ती जिससे विरोधी दल को परेशानी हो। इस मामले में भी भाजपा सोशल मीडिया पर इसे ट्रेंड करने की साजिश में जुटी हुई। बीजेपी आईटी सेल इस मामले को दिन रात गरमाने में जुटा है। बीजेपी महिला मोर्चा की कार्यकर्ता रोज ही आम आदमी पार्टी के कार्यालय और नेताओं के घरों पर प्रदर्शन मोर्चा निकाल रहे हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष भी इस मामले पर रोज ही ट्वीट कर पार्टी को घेरने की कोशिश में जुटी हुई है। दिलचस्प बात यह है कि पिछले महीने ही कर्नाटक में आम चुनाव के दो दिन पहले ही जेडीएस के एमपी प्रज्वल रवन्ना की सेक्स सीडी पूरे प्रदेश में बांटी गयी थी। गौर करने वाली बात यह है कि उसी सांसद को बीजेपी ने एनडीए का संयुक्त उम्मीदवार बनाया था। उसके प्रचार और वोट मांगने के लिये पीएम मोदी ने रैली व जनसभाएं की थीं। उसके साथ मंच साझा किया था। इतने घिनौने मामले पर पूरी भाजपा की ओर से कोई बयान नहीं आया। पीएम मोदी ने इस अपराधी के घिनौने क्राइम पर चुप्पी साधे रखी इतना ही नहीं रवन्ना डिप्लोमैटिक बीजा पर देश से फरार हो कर जर्मनी भाग गया। ताजा खबर यह है कि उस दुर्दांत अपराधी को अदालत से जमानत भी मिल गयी है।
भाजपा ने तीन महिला सांसदों के टिकट काटे
वर्तमान मोदी सरकार में 11 महिलाओं को मंत्री बनाया गया है। जिनमें 7 नये चेहरे है। उनमें निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी, साध्वी निरंजन ज्योति, मीनाक्षी लेखी जानापहचाना नाम है। अन्य को नाममात्र के विभाग थमाये गये है। लेकिन जब भी कभी महिलाओं के शोषण पर बात उठती है तो महिला मंत्रियों का कभी कोई बयान नहीं आता है। इतना नहीं देश की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू का भी महिलाओं के शोषण या अत्याचार के खिलाफ कोई बयान या ट्वीट नहीं आता है। अफसोस की बात तो यह है कि संवैधानिक पदों पर बैठे लोग सिर्फ सत्ता दल के नेताओं की तरह खानापूरी करते हैं।
संवैधानिक पदों पर बैठे लोग सिर्फ भाजपा के नेता हैं
महिला सुरक्षा व सम्मान का झूठा प्रचार करने वाली भाजपा ने इस बार तीन महिला सांसदों का टिकट काट दिया है। लाहाबाद से रीता बहुगुणा जोशी, फूलपुर से केशरी देवी पटेल और चण्डीगढ़ से किरण खेर का टिकट काट दिया है। इसके पीछे ये कारण बताया जा रहा है कि इस बार उनके जीतने के चांसेस कम थे। इससे साफ जाहिर होता है कि भाजपा के लिये महिलाएं सिर्फ राजनीतिक इस्तेमाल की वस्तु हैं। इस्तेमाल किया और फेंक दिया। जैसे कि लोग दूध पीने के बाद कुल्हड़ फेक दिया जाता है। इस वजह से भी यूपी में भाजपा की हालत बहुत खस्ता है। दूसरी बात यह है कि इंडिया गठबंधन काफी मजबूती से अपनी बात और वादों और दावों पर अडिग है खास तौर से यूपी में तो भाजपा की नींद उड़ी हुई है।

देश में भाजपा के आ गये हैं बुरे दिन
चर्चा यह चल रही है इस बार भाजपा तीस सीटों पर सिमटती दिख रही है। हर तरफ भाजपा नेताओं और सांसदों की दबंगई से जनता काफी नाराज दिख रही है। इंडिया गठबंधन के चुनावी घोषणा पत्र से भी जनता में काफी बदलाव दिख रहा है। जहां मोदी सरकार ने पिछले दस सालों में सिर्फ सब्जबाग ही दिखाये वहीं कांग्रेस और गठबंधन समाज के हर वर्ग को ये बताने की कोशिश कर रहा है कि उनकी सरकार आयी तो किसान, युवा, महिला और दलित पिछड़ा और ओबीसी सबके हक की लड़ाई लड़ेगा। इतना ही नहीं सबके न्याय की व्यवस्था करने जा रहा है। यूपी में इंडिया गठबंधन की काफी चर्चा हो रही है इससे भाजपा की नींद उड़ चुकी है। पांच चरण के मतदान के बाद भाजपा को लगने लगा है कि 4 जून को उनके पक्ष में रिजल्ट नहीं आने वाले इसी वजह से पीएम मोदी कांग्रेस और गठबंधन के खिलाफ अफवाह फैलाने में जुट गये हैं। अब उनके भाषण में सिवाय कांग्रेस और इंडिया ब्लाक के नेता निशाने पर रहते है।

महिलाओं के प्रति अपराध और शोषण बढ़ा
आज राजनीति का स्तर इस कदर गिर चुका है कि सत्ता पाने के लिये कुछ भी करने पर आमादा है। मानवीय भावनाएं व चरित्र तो सिर्फ किताबों में ही देखने सुनने को मिलती हैं। औरतों का इस्तेमाल भी राजनीतिक उद्देश्यों को पाने के लिये किया जाने लगा है। औरते ही औरतों की दुश्मन बनती जा रही हैं। औरतों की इज्जत के साथ खिलवाड़ राजनीति में किया जा रहा है। राजनीतिक दल ये तय करने लगे हैं कि इस समाज की औरतों के साथ खड़े होना है या नहीं। किसके साथ खड़े होने पर राजनीतिक लाभ मिलेगा। पिछले दस सालों मे महिलाओं के खिलाफ हिंसा, यौन शोषण और अत्याचार काफी बढ़ा है। अफसोस की बात है मणिपुर में पिछले एक साल से महिलाओं के उत्पीड़न और यौन अत्याचार किया जा रहा है। लेकिन वहां के हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। केन्द्र और प्रदेश में भाजपा सरकार है लेकिन हालात पर काबू पाने के लिये कोई कारगर कदम नहीं उठाये गये है। इस बार वहां से भाजपा ने चुनाव नहीं लड़ा है। केन्द्र व प्रदेश सरकार को समझ मे आ गया है कि वहां भाजपा की छीछालेदर होना तय है।