
25 मार्च से पूरे देश में करोना वायरस से बचने के लिये लॉकडाउन करने का फैसला मोदी सरकार ने लिया था। यह फैसला 14 अप्रैल तक रहेगा या आगे बढ़ेगा इस पर अभी असमंजस जारी है। कुछ लोगों का मानना है कि 14 अप्रैल के बाद कुछ जगहों को छोड़ कर लाक डाउन में कुछ छूट दी जा सकती है। लेकिन हॉट स्पाट वाले स्थानों पर कड़ाई से लॉक डाउन लागू रहेगा।
अभी-अभी महाराष्ट्र के गृह मंत्री ने बताया है कि केंद्र सरकार ने 14 अप्रैल के बाद लॉक डाउन की चरणबद्ध तरीके से हटाने पर राय मांगी है। मोदी सरकार ने कुछ हॉटस्पॉट पहचाने हैं, जहां कोरोना वायरस फैलने की अधिक आशंका है। वहां लॉक डाउन रहेगा, बाकी जगह शायद हट जाए। लेकिन बाहर निकलने वालों पर मास्क व ग्लब्स पहनने और सैनिटाइजेशन रखने पर पाबंदी जारी रहेगी। लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग पर भी एैतिहात रखा जायेगा। साप्ताहिक बाजारों पर रोक जारी रहेगी। भीड़भाड़ वाले समारोहों पर भी प्रतिबंध जारी रह सकता है।
लेकिन कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में डिपार्टमेंट ऑफ एप्लाइड मैथमेटिक्स के 2 वैज्ञानिकों का दावा है कि भारत में 21 नहीं, 49 दिन का लॉक डाउन होना चाहिए। दोनों ने 4 मॉडल दिए हैं। इनका कहना है कि 21 दिन के लॉक डाउन को खत्म करने से संक्रमण फिर बढ़ सकता है।
अध्ययन में कोरोना के प्रसार और खत्म होने की अवधि 73 दिन की है। वैज्ञानिकों का कहना है कि 21 दिन के लॉक डाउन के बाद कुछ ढील देकर फिर 28 और फिर 18 दिन का लॉक डाउन हो तो मौत का आंकड़ा नीचे आ जायेगा।