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कोशल विकास योजना में 371 करोड़ का घोटाला
दो दिन पहले टीडीपी सुप्रीमो चंद्रबाबू नायडू को आंघ्र प्रदेश की सीबीसीआईडी ने आर्थ्कि घोटाले के आरोप में शनिवार की सुबह उनके घर से हिरासत में लेते हुए 14 दिनों के लिये जेल भेज दिया। इस मामले में सरकार की ओर से बताया गया कि उन्हें कोशल विकास योजना में 371 करोड़ का घोटाला पूर्व मुख्यमंत्री नायडू ने किया है। इससे आंध्र प्रदेश की राजनीति में उबाल आ गया है। टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू मोदी सरकार के प्रति नरम रवैया अपनाते हुए फिर से एनडीए में शामिल होने की फिराक में थे। वो पहले भी एनडीए के घटक थे लेकिन 2019 के आम चुनाव के बाद एनडीए से छिटक गये थे। बीजेपी भी टीडीपी से गठबंधन करने को बेकरार है। क्यों कि एनडीए से जेडीयू, पीडीपी, अकाली दल, शिवसेना समेत अनेक दल एनडीए से पल्ला झाड़ चुके हैं। ऐसे में एनडीए को आगामी आम चुनाव में होने वाली परेशानी का अहसास हो गया है। इसलिये वो पुराने एनडीए के घटकों को साथ लाने को छटपटा रही है।
इंडिया गठबंधन ने एनडीए की बढ़ाई मुश्किलें
जुलाई में विपक्षी दलों ने एक नया गठबंधन इंडिया बनाया है जिसमें 28 दल शामिल है। जिस दिन से यह गठबधन बना है तभी से पीएम इस गठबंधन को लेकर अनाप शनाप टिप्पणियां करने में जुट गये हैं। उन्होंने अपनी हर रैली जनसभा में कांग्रेस और गठबंधन को कोसा है। हर जगह वो यही बता रहे हैं यह गठबंधन देश द्रोहियों और भ्रष्टाचारियों ने मिलकर बनाया है। ये सभी लोग देश को बर्बाद करने के लिये एकजुट हुए हैं। पहले इंडिया गठबंधन की तुलना इंडियन मुजाहिदीन और ईस्ट इंडिया कंपनी से की। कहा कि ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपने देश को लूटा और भारतवासियों पर अत्याचार किया। इस गठबंधन की एकता और मजबूती से मोदी सरकार और एनडीए में बेचैनी देखने को मिल रही है। वैसे तो संसद में पीएम मोदी और उनके सरकार के मंत्री यह कहते नहीं थक रहे थे कि एक अकेला सब पर भारी। लेकिन विपक्ष की बढ़ती लोकप्रियता से उनके भी होश उड़े हुए है। अब हालात यह हैं कि इंडिया शब्द बोलने से भी बचते हैं। हर जगह इंडिया की जगह भारत लिखकर यह दर्शा रहे हैं कि इंडिया शब्द अंग्रेजों ने दिया है उससे गुलामी की बू आती है।

आंध्र के पूर्व सीएम नायडू की स्कैम में गिरफ्तारी से भाजपा इसलिये परेशान है कि एक तरफ भ्रष्टाचार के खिलाफ इंडिया गठबंधन के नेताओं को बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं वहीं अगर वो नायडू को अपने गठबंधन में लेते हैं तो इंडिया गठबंधन को एनडीए को घेरने का मौका मिल जायेगा। वैसे भी महाराष्ट्र में अजित पवार को लेकर विपक्ष मोदी सरकार को घेरता रहता हैे। इनके अलावा नारायण राने, मुकुल रॉय, सुबेंदू अधिकारी और तमाम नेता हैं जिन पर घोटालों की जांच चल रही थी भाजपा में शामिल होते ही जांच बंद होने की बात कही जाती है। भाजपा चंद्रबाबू के जरिये साउथ में अपनी जमीन बनाने का प्रयास कर रही थी। लेकिन नायडू की गिरफ्तारी से उनके इरादों पर पानी फिर गया है। वैसे आंघ्र के सीएम जगन मोहन रेड्डी एनडीए का साथ देते दिखाई दे रहे हैं। दिल्ली आर्डिनेंस के समर्थन में जगन मोहन ने एनडीए के समर्थन में साथ दिया था। जगन मोहन ने ऐसे वक्त पर पूर्व सीएम पर कार्रवाई की है जिससे एनडीए का गणित बिगड़ गया है। चर्चा यह है कि जगन मोहन नहीं चाहते हैं कि चंद्रबाबू एनडीए के घटक बनें। वैसे भी नायडू आंध्र सरकार के विरोध में रहते हैं।