जामिया के स्टूडेंट पर चलायी थी गोली
नयी दिल्ली। जामिया विश्व विद्यालय के पास गोलीकांड को लेकर शुक्रवार की सुबह भारी संख्या में छात्र और शिक्षक दिल्ली पुलिस हेड क्वार्टर पर जमा हो गये। पहले पुलिस बल ने उन्हें समझा बुझा कर हटाने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं बनी और छात्र सड़क पर बैठ गये। ये सब देख कर पुलिस अधिकारियों ने और पुलिस बल और वाहन बुलाकर छात्रों और शिक्षकों को जबरन बसों में ठूंस दिया गया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कथित नाबालिग युवक गोपाल कुछ सालों पहले कासगंज में तिरंगा यात्रा के दौरान हुई गोलीबारी में मारे गये युवक चंदन गुप्ता की हत्या का बदला लेने के लिये जामिया विश्व विद्यालय पहुंचा था।
बताया जाता है कि गोपाल अपनी इस वारदात को फेसबुक पर लाइव दिखाने का प्रयास कर रहा था। सोशाल मीडिया पर भी वो विवादित पोस्ट डाला करता था। इस मामले पर गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर बयान दिया कि इस मामले पर दिल्ली पुलिस कमिश्नर से बात की गयी है और यह निर्देश दिये गये हैं कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। दोषी को बख्शा नहीं जायेगा।
गुरुवार की दोपहर लगभग 1.30 बजे जामिया विश्व विद्यालय के छात्र एक शांति मार्च व पदयात्रा की तैयारी कर रहे थे। तभी एक युवक वहां हाथों में तमंचा लहराते हुए पहुंचा और छात्रों को धमकाते हुए बोला आजादी चाहिये तुम्हें लो मैं तुम्हें आजादी देता हूं। इतना कहते हुए उसने देसी कट्टे से
छात्रों की ओर फायर कर दिया गोली जामिया के शादाब नामक छात्र की हथेली में घुस गयी। शादाब को तुरंत स्थानीय होली फैमिली अस्पताल में भर्ती कराया गया। बाद में उस छात्र को ऐम्स के ट्रामा सेंटर में भेज दिया गया था। जरूरी उपचार के बाद घायल छात्र को डिस्चार्ज कर कर दिया गया।