नयी दिल्ली। शिवसेना को एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने यह सलाह दी थी कि वो एनडीए से किनार करे और उनका मंत्री केन्द्र सरकार से इस्तीफा दे। इसके बाद ही एनसीपी शिवसेना को सरकार बनाने में समर्थन दे सकती है। चूंकि शिवसेना को प्रदेश में सरकार बनानी है इसलिये उसने एनडीए से अलग होने का निर्णय करते हुए अपने सांसद अरविंद सावंत से इस्तीफा देने का निर्देश दिया। 11 नवंबर को उसने इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया। सबसे दिलचस्प यह है कि बीजेपी ने गवर्नर से मिल कर सरकार न बनाने का निर्णय बता दिया है। इन हालातों में शिवसेना एनसीपी और कांग्रेस के सपोर्ट से सरकार बनाने जा रही है। एनसीपी से शिवसेना के सांसद व प्रवक्ता संजय राउत परिणाम आने के बाद कई बार मुलाकात कर चुके है। यह उम्मीद की जा रही है कि प्रदेश में एनसीपी और कांग्रेस के सपोर्ट से शिवसेना की सरकार बनने जा रही है।
महाराष्ट्र विधानसभा के रिजल्ट को आये लगभग 15 दिन हो गये हैं। लेकिन अभी तक सरकार का गठन नहीं हो सका है। राजनीतिक गतिरोध के कारण बीजेपी और शिवसेना में सहमति नहीं बन पा रही है। दोनों ही दलों में मुख्यमंत्री पद के लिये आपस में तलवारें खिंची हुई है। नौ नवंबर तक प्रदेश में सरकार बनना जरूरी है। राजनीतिक पेंच ऐसा फंसा है कि भाजपा शिवसेना के बिना सरकार बना नहीं सकती है इसके बावजूद वो शिवसेना की मांग नहीं मान रही है। शिवसेना अपनी जिद पर अड़ गयी है। ऐसे में एनसीपी और कांग्रेस ही ऐसे दल हैं जिनके सहयोग से सरकार बनायी जा सकती है। ये दोनों ही दल बीजेपी को तो समर्थन देने से रहे। शिवसेना को समर्थन देने के लिये एनसीपी ने शिवसेना के सामने एक शर्त रखी है कि यदि शिवसेना के एकमात्र मंत्री अरविंद सावंत इस्तीफा दें। इसके अलावा शिवसेना यह ऐलान करे कि वो एनडीए से नाता तोड़ती है तो सरकार के लिये विकल्प तलाशा जा सकता है।
एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने मंगलवार को कहा कि अगर शिवसेना यह घोषणा कर दे कि उसने भाजपा से संबंध तोड़ दिया है तो महाराष्ट्र में एक राजनीतिक विकल्प बनाया जा सकता है। एनसीपी के सूत्र बताते हैं कि पार्टी चाहती है कि शिवसेना के अरविंद सावंत मंत्री पद से इस्तीफा दे दें। नवाब मलिक ने कहा कि इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता है कि अगर भाजपा शिवसेना को मुख्यंमंत्री पद दे देती है। लेकिन अगर भाजपा ऐसा नहीं करती है तो एक विकल्प दिया जा सकता है। इसके लिये शिवसेना को भाजपा व एनडीए से संबंध तोड़ना होगा। इसके बाद ही एनसीपी अपने पत्ते खोलेगी।