नयी दिल्ली। कांग्रेस की तेज तर्रार प्रवक्ता अब कांग्रेस में नहीं है। उन्होंने कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। साथ ही उन्होंने शिवसेना में जाने का निश्चय कर लिया है। प्रियंका चतुर्वेदी कांग्रेस का एक फिमेल फेस के रूप में जाना जाता है। प्रियंका प्रवक्ता के रूप में बीजेपी पर विशेष रूप जानी जाती थी। हाल ही में उन्होंने केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के एजुकेशनल मिस्ट्री पर एक गीत क्यूंकि मैं भी ग्रेज्युएट नहीं थी गाया था। यह गीत काफी वायरल हुआ था।
प्रियंका चतुर्वेदी ने इस्तीफा देने की वजह पार्टी का अनुशासन के प्रति ढीला रवैया बताया। कार्यकर्ताओं की बदृसुलूकी से प्रियंका इस कदर आहत थीं कि उन्होंने शुक्रवार के दिन ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अपना इस्तीफा दे दिया था। अंदरखाने की खबर है कि प्रियंका चतुर्वेदी लोकसभा का चुनाव लड़ा चाह रही थी। हाल ही वो राफेल डील मामले में एक प्रेस कान्फ्रेंस करने मथुरा गयी थीं। उन्हें उम्मीद थी कि वहां से उन्हें टिकट दिया जायेगा। इसी उम्मीद से वो मथुरा में कई दिनों से रह रही थी। लेकिन वहां से महेश पाठक को टिकट दे दिया गया। यह भी सुना गया कि उन्हें मुंबई से टिकट दिया जायेगा लेकिन वहां से संजय निरुपम के अलावा प्रिया दत्त और उर्मिला मातोंडकर को टिकट दे दिया गया। तीसरी महिला प्रत्याशी को टिकट देने वहां उम्मीद कम हो गयी।
पे्रसवार्ता के दौरान स्थानीय कांग्रे कार्यकर्ताओं ने प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी के साथ काफी अभद्रता की और अशोभनीय टिपप्ण्यिां भी करीं। यह सब उप्र कांग्रेस कमेटी के दिग्गज नेताओं के सामने हुआ। यूपी वर्किंग कमेटी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश कर दिया। लेकिन स्थानीय लोगों के आक्रोश को देखते हुए उस आदेश को रद कर दिया गया। इससे प्रियंका काफी दुखी हुईं। उन्होंने अपने टिव्टर पर लिखा कि हम लोग खून पसीना बहाते हैं और पार्टी हमारी इज्जत और सम्मान के बारे कतई ध्यान नहीं रखती है। अतः मैं पार्टी के सभी पदों से दे रही हंू। प्रियंका इससे पहले भी चर्चा में आयी थीं जब किसी ट्रोलर ने ट्विीट किया था कि मैं प्रियंका की बेटी के साथ रेप करना चाहता हूं। उसे मेरे पास भेजो। उस समय प्रियंका चतुर्वेदी सुर्खियों में आयी थीं।