नयी दिल्ली। राजनेताओं पर जूता चप्पल फेंकने की प्रथा नयी नहीं है। इससे पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर भी जूता फेंकने की घटना हो चुकी है। इसके पहले केजरीवाल पर स्याही फेंकी गयी। पूर्व आप नेता योगेंद्र यादव पर भी स्याही फंेकने की घटनाएं हो चुकी है।
ताजा मामला बीजेपी के मुख्यालय में देखने को मिला है। बीजेपी प्रवक्ता प्रेस को संबोधित कर रहे थे कि तभी एक अधेड़ उम्र के एक शख्स ने अपना जूता प्रवक्ता की फेका। यह देख कर वहां मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं और सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत आरोपी को अपने कब्जे में लेकर मुख्यालय में मौजूद दिल्ली पुलिस को सौंप दिया है। इससे पहले जब भी ऐसी कोई घटना होती थी तो बीजेपी यह कहती थी कि यह सब आप का स्टंट है जिसके सहारे वो न्यूज में बना रहना चाहते है। आज की घटना पर कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि हो सकता है यह घटना प्रि प्लान्ड हो और मूल मुद्दे से भटकाने के लिये ऐसा किया गया है।
मालूम हो कि बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव प्रेस को साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की उम्मीदवार बनाने की सूचना दे रहे थे। इसी बीच एक व्यक्ति प्रेसवार्ता हाल में बैठा था अचानक उसने अपना जूता खोला और जीवीएल की ओर फेंक दिया। दिलचस्प बात यह है कि जैसे ही उस आदमी ने जूता फेंका वैसे ही जीवीएल ने यह कहना शुरू कर दिया कि यह सब कांग्रेस के इशारे पर किया जा रहा है। यह आदमी कांग्रेस का कार्यकता है। कांग्रेस ने ही इसे पार्टी कार्यालय में ऐसी घटिया हरकत करने का भेजा है। उनके इस बयान से कुछ लोग एकदम सन्न रह गये कि जीवीएल इतने विश्वास के साथ कैसे कह सकते हैं कि यह कांग्रेस का वर्कर है।
उस आदमी जूता फेंकने के बाद अपनी पैंट की जेब से कुछ विजिटिंग कार्ड निकाल कर पत्रकारों की ओर उछाले थे। कार्ड पर डा. शक्ति भागर्व व कानपुर के एक अस्पताल का नाम छपा है। पुलिस उसके बारे में और जानकारी करने में जुट गयी है। जानकारी के अनुसार यह शख्स काफी समय से बीजेपी और मोदी सरकार की नीतियों से काफी खफा चल रहा था। उसकी मां दया भार्गव के अनुसार उसका बेटा पिछले कई सालों से अलग रह रहा है। उसकी हरकतों के लिये वो जिम्मेदार नहीं है।