gopal_kanda
Independent MLA are very valueable in Harayna politics

नयी दिल्ली। हरियाणा विधानसभा के परिणाम आते ही सरकार बनाने के लिये कांग्रेस और बीजेपी ने जोड़ताड़ की राजनीति शुरू कर दी। इस मामले में बीजेपी ने बाजी मार ली है। अमित शाह के​ इशारे पर स्थानीय भाजपा नेताओं और सांसदों ने निदलियौं से संपर्क किया और उन्हें अपने मोहपाश में फांस लिया है। उनके समर्थन सबसे पहले सिरसा का एमएलए गोपाल कांडा आ गया है। यह भी पता चल रहा है कि गुरुवार की देर रात सिरसा की भाजपा सांसद सुनीता दुग्गल गोपाल कांडा और अन्य निर्दलीय विधायक रंजीत सिंह को चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली के लिये रवाना हो गयी थीं।

एक समय था जब गोपाल कांडा निर्दलीय विधायक के रूप में कांग्रेस की सरकार में शामिल हुआ था। 2009 में हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार थी। अविश्वास प्रस्ताव के दौरना वो हुड्डा के समर्थन मे आये और मंत्रिमंडल में शामिल हुए थे। एक तरह से यह उनकी फितरत है कि फायदे के लिये वो किसी का भी समर्थन दे सकते है। कभी कांग्रेस के मुरीद रहे गोपाल कांडा राजनीतिक फायदे के​ लिये भाजपा की गोद में बैठने को बेकरार है।

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