पिछले कई सालों से यह देखा जा रहा है कि बीजेपी के कई बड़े नेताओं पर बलात्कार और हत्या के आरोप लगे हैं कुछ तो सजा भी काट रहे हैं। कुछ के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच भी शुरू हो चुकी है। ताजा मामला बीजेपी की अटल सरकार में केन्द्रीय गृहराज्य मंत्री रहे स्वामी चिन्मयानंद पर एलएलएम की छात्रा ने रेप का आरोप लगाया है। इससे भाजपा में भूचाल आ गया है। इससे पहले यूपी में ही उन्नाव के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर बलात्कार और मर्डर के आरोप में सजा काट रहे हैंं। जिस दिन छात्रा ने स्थानीय पुलिस में स्वामी के खिलाफ मामला दर्ज कराया तभी से वो लापता हो गयी। चार दिन यूपी पुलिस ने उसके उसके एक साथी के साथ राजस्थान के एक जिले से बरामद कर लिया। छात्रा बीजेपी के नेता ओर पूर्व सांसद चिन्मयानंद से इतनी डरी हुई कि वो वापस यूपी अपने घर जाना नहीं चाहती है। दिचस्प यह है कि दोनोंं ही मामलों में सुप्रीमकोर्ट की दखल के बाद ही यूपी पुलिस जागी और स्वामी के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद लापता हुई एलएलएम की छात्रा के मामले में उच्चतम न्यायालय ने संज्ञान ले लिया है। उच्चतम न्यायालय शुक्रवार को इस मामले की सुनवाई करेगा। जस्टिस आर. बानुमति की अध्यक्षता वाली पीठ ये सुनवाई करेगी।इस बीच शाहजहांपुर से खबर आ रही है कि लापता छात्रा सिर्फ मुमुक्षु आश्रम परिसर और कॉलेज में ही नहीं बल्कि अक्सर स्वामी चिन्मयानंद के साथ गाड़ी में भी नजर आती थी। उनके ऋषिकेश और कनखल आश्रम में भी वह वक्त बिता चुकी है। मुमुक्षु शिक्षा संकुल में उसका अच्छा दबदबा था।
महिला वकीलों के एक समूह ने बुधवार को जस्टिस एन. वी. रमना की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष मामले का उल्लेख किया था। उन्होंने उच्चतम न्यायालय से मामले का संज्ञान लेने का आग्रह किया था। न्यायालय ने हालांकि उन्हें इस मामले में संबंधित उच्च न्यायालय (इलाहाबाद हाई कोर्ट) से संपर्क करने को कहा था, लेकिन वकीलों द्वारा आग्रह करने पर अदालत ने उन्हें कागजात प्रस्तुत करने के लिए कहा। पीठ ने कहा था कि वो इस मामले को देखेंगे। इस मामले को वकील शोभा गुप्ता, सुमिता हजारिका, मोनिका गोसाईं और शोमोना खन्ना की टीम द्वारा उठाया गया। उन्होंने चीफ जस्टिस को पत्र लिखकर यह अनुरोध किया है।
आरोपी भाजपा नेता उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में स्वामी शुकदेवानंद लॉ कॉलेज के निदेशक हैं, जहां लापता शिकायतकर्ता युवती एलएलएम की छात्रा है। स्वामी चिन्मयानंद से उसके और उसके परिवार के जीवन के लिए खतरा बताते हुए शिकायतकर्ता ने पिछले हफ्ते शुक्रवार को फेसबुक पर एक लाइव वीडियो पोस्ट किया था जिसमें आरोप लगाया गया था कि चिन्मयानंद ने कई लड़कियों के जीवन को नष्ट कर दिया है।
एसएस लॉ कॉलेज की लापता छात्रा के पूर्व गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर लगाए संगीन आरोपों से आए ‘भूचाल’ से भाजपा की राजनीति के आंतरिक टकराव से भी जोड़कर देखा जा रहा है। इधर जिस तरह स्वामी चिन्मयानंद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के साथ मजबूती से खड़े नजर आ रहे थे उससे योगी विरोधी भाजपाई खेमों में बहुत हलचल थी। मंत्रिमंडल के विस्तार में जिस तरह कतिपय मंत्रियों के पर कतरे गए और संघ की समन्वय बैठक में उप मुख्यमंत्रियों को बनाये रखने के औचित्य पर सवाल उठे और संघ ने इस पर विचार का आश्वासन दिया उससे योगी के विरुद्ध आंतरिक गोलबंदी बहुत बढ़ गयी है और स्वामी चिन्मयानंद पर इस हमले को उसी कड़ी में जोड़कर देखा जा रहा है।