नयी दिल्ली। लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन बीजेपी को पत्र लिखकर ने यह बताया है कि वो इस बार चुनाव नहीं लड़ने जा रही हैं। यह बीजेपी के लिये बुरी खबर हो सकती है क्योंकि सुमित्रा महाजन इंदौर से आठ बार चुनाव जीती हैं। यह बीजेपी के लिये अजेय सीसी रही है। इससे पहले पार्टी ने शत्रुघ्न सिन्हा, लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी समेत कई दिग्गज नेताओं के टिकट इस बार काट दिये हैं। उमा भारती और सुषमा स्वराज समेत शांता कुमार, कलराज मिश्र आदि ने भी स्वेच्छा से चुनाव न लड़ने की बात कह कर मैदान से बाहर हो गये हैं।
इंदौर से सुमित्रा महाजन का नाम अजेय नेताओं की लिस्ट में शुमार है। उनके रहते पार्टी को यहां की जीत के बारे में सोचने की कभी जरूरत नहीं पड़ी। सुमित्रा महाजन के पत्र से बीजेपी को वहां के लिये भी ऐसा कैंडिडेट ढूंढना पड़ेगा जो जीत कर संसद आ सके। ऐसे में उन्हें इस बात की चिंता भी सतायेगी कि कांग्रेस के प्रत्याशी के आगे उनका उम्मीदवार 19 न पड़ जाये। वैसे भोपाल में बहुत से ऐसे नेता हैं जो अपने बच्चों और रिश्तेदारों को टिकट दिलाने की कोशिश में जुटे है। वैसे बीजेपी वंशवाद के लिये कांग्रेस को कोसती रहती है। इसमे पूर्व सीएम की पत्नी साधना सिंह का नाम है जो इस बार चुनाव लड़ने की इच्छा जता रही है।
पिछले चुनाव के वक्त प्रदेश में बीजेपी की मजबूत सरकार थी। जिसे भी टिकट मिला उसे जनता ने बेझिझक सांसद बना दिया। लेकिन इस बार वहां कांग्रेस ने सत्ता हथिया ली है। इस लिये बीजेपी को टिकट देते समय इस बात को ध्यान रखना पड़ेगा कि मध्यप्रदेश में अब उनकी सरकार नहीं है। वहां अब कांग्रेस की सरकार है और जिसकी सरकार होती है जनता उनके ही उम्मीदवारों को सांसद बनाने में मदद करती है।