नयी दिल्ली। चुनाव के पहले महाराष्ट्र में शिवसेना को बीजेपी से कमतर आंका जा रहा था। बीजेपी की रहमो करम पर थी शिवसेना। इसी लिये जब सीएम पद के लिये आदित्य ठाकरे की शिवसेना ने पेशकश तो बीजेपी ने इसे नकार दिया था। इसलिये शिवसेना ने डिप्टी सीएम पद की बात पर सहमति दे दी थी। लेकिन चुनाव परिणाम के आने के बाद शिवसेना ने अपना जलवा कायम रखा। वहीं बीजेपी के हालात बेहाल हो गये। फणनवीस सरकार के दिग्गज नेता चुनाव हार गये है। यहां तक कि मंत्री व गोपीनाथ मुडे की बेटी पंकजा मुंडे भी चुनाव हार गयी है। ऐसे में महाराष्ट्र में बीजेपी की साख में बट्टा लगता दिख रहा है।
चुनाव के पहले बीजेपी महाराष्ट्र चुनाव में बिग ब्रदर की भूमिका निभा रही थी। लेकिन परिणाम आने के बाद शिवसेना के हौसले और भी बुलंद हो गये है। पिछली बार शिवसेना ने 63 सेीटो पर जीत हासिल की थी इस बार भी उसकी सीटे कम होती नहीं दिख रही है। शिवसेना का जलवा बरकरार दिख रहा है। वहीं बीजेपी को बैकफुट पर आना पड़ रहा है। सुबह तक भाजपा प्रवक्ता शानदार जीत के प्रति काफी आश्वस्त थे लेकिन शाम होते होते उनके हौसले पस्त हो गये। शाम तक परिणाम आते आते बीजेपी 31 सीटों के नुकसान पर पहुंच गयी थी। सुबह बीजेपी प्रवक्ता यह कह रहे थे कि हम अपने ही दम पर प्रदेश में सरकार बनाने जा रहे है। इसके बाद भी हम अपने सहयोगी दलों को अपने साथ रखेंगे। यह हमारी पार्टी का उसूल है। बीजेपी 98 सीटों पर और शिवसेना 58 पर सिमट गये हैं। शिवसेना को 5 सीटों का नुकसान हो रहा है।