नयी दिल्ली। सत्ता के नशे में बीजेपी सांसदों, मंत्रियों और विधायकों को चुनाव आचार संहिता की चिंता है और न चुनाव आयोग का डर। दिनदहाड़े सत्ताधारी दल के नेता और मंत्री आम लोगों को दिनदहाड़े धमकाते घूम रहे हैं। प्रशासन और सरकार ऐसे लोगो पर नियंत्रण लगाने की ओर से आंख बंद करे बैठी है। मामला यूपी के कौशांबी का है जहां मौजूदा सांसद अपने प्रचार के समय संसदीय क्षेत्र के ग्राम प्रधानों और कोटेदारों को खुले आम धमकाते घूम रहे हैं कि अगर उन्हें वोट नही किया तो वो हाल किया जायेगा कि समझ में आ जायेगा कि हमारी पार्टी को वोट न देने का हश्र क्या होता है। इस चुनाव के बाद भी यूपी में हमारी पार्टी की सरकार रहेगी। इसििलये समझा रहा हूं समझ लो नही ंतो अंजाम भुगतने को तैयार हो जाओ। कौशांबी के सांसद विनोद सोनकर का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
19 अपै्रल को विनोद सोनकर अपने क्षेत्र की सिराथू विधानसभा में ग्रामप्रधानों और कोटेदारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अगर आप लोगों ने हमारा साथ दिया तो आपका स्वागत है लेकिन यदि किसी ने विरोध किया और अन्य दल का साथ दिया तो 23 मई के बाद भी यूपी में योगी सरकार ही रहेगी। 23 मई के बाद मैं सांसद नहीं रहा तो क्या 2019 का भाजपा नेता तो रहूंगा। आप लोग इसे हमारी सलाह समझें या धमकी। जो नही समझेगा उन्हें हमे समझााना आता है। पांच सालों में मैंने अपने इलाकों में किसी ग्रामप्रधान या कोटेदार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।