नयी दिल्ली। यूपी में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने युवा नेता को प्रदेश की कमान सौंपी है तब से वहां के तौर तरीके ही बदल गये है। युवा प्रदेश अध्यक्ष ने अपनी टीम में युवाओं को ही तरजीह दी है। ऐसे में प्रदेश के सीनियर नेताओं ने प्रदेश कांग्रस कमेटी के कार्यालय में जाना भी कम कर दिया है।
एक समाचार एजेंसी के अनुसार पिछले दिनों महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी में युवा नेताओं की नयी टीम बनायी थी। जब युवाओं को आगे बढ़ता देख कांग्रेस के कद्दावर नेताओं ने पार्टी से दूरियां बनानी शुरू कर दी है। इन नेताओं में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर, निर्मल खत्री, सलमान खुर्शीद, आरपीएन सिंह, श्रीप्रकाश जायसबाल और अरुण कुमार सिंह मुन्ना के नाम बताये जा रहे है। ये लोग कुछ हफ्तों से प्रदेश कार्यालय भी नहीं जा रहे है। न ही प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू उन्हें विश्वास में लेने की कोशिश की है। एक सीनियर नेता ने भड़ास निकालते हुए कहा कि लल्लू इस समय प्रियंका गांधी के खास हैं जिन्हें पार्टी के आयोजनों में वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी अच्छी नहीं लगती है। यही वजह है कि एक एक कर के पार्टी के नेता छोड़ कर जा रहे है। ऐसे में लल्लू बहुत जल्द ही खुद को अकेले पायेंगे। कांग्रेस आर्थिक मंदी के विरोध में दस दिवसीय अभियान चलाने वाली है। ऐसे में किसी भी वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के आने की संभावना न के बराबर है। भाजपा का दामन थामने वाले अंतिम कांग्रेसी नेता अम्मार रिजवी रहे हैं।