नयी दिल्ली। गोवा के चार बार के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर लंबी बीमारी से जूझते हुए आज हम सब को छोड़ कर चले गये। वो काफी समय से कैंसर से पीड़ित थे। श्री पर्रिकर पहले आई आई टी स्नातक थे जो 1994 में विधायक बने थे। 2000 में वो पहली बार गोवा के सीएम बनाये गये। उनके निधन की खबर पूरे देश में शोक की लहर छा गयी है। केन्द्र सरकार के अनेक मंत्री प्रकाश जावेडे़कर, समृति ईरानी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और पीएम मोदी ने उनके निधन पर शोक जताया है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने उन्हें याद करते हुए कहा कि वो सादगी के प्रतीक रूप में जाने जाते थे। वेस्ट बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी श्री पर्रिकर को श्रद्धांजलि दी है।
2016 में पर्रिकर देश के रक्षामंत्री थे। भारतीय फौज ने उनके कार्यकाल में पाक में सर्जिकल सट्राइक को अंजाम दिया था। उनके इस कदम की देश में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में काफी सराहा गया था।
मनोहर पर्रिकर की सादगी के बारे एक नहीं अनेक उदाहरण जगजाहिर है। एक तो वो कभी भी सरकारी आवास में नहीं रहे। वो गोवा में दो रूम के फ्लैट में ही रहते थे। कभी सरकारी कार का इस्तेेमाल नहीं किया। अक्सर वो विधानसभा अपने पुराने स्कूटर से ही जाते थे।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विट कर अपनी शोक संवेदना जाहिर की है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष खड़गे ने मनोहर पर्रिकर को एक आदर्शवादी नेता बताते हुए कहा कि वो भारतीय राजनीति में हमेशा याद रखे जायेंगे।