नयी दिल्ली। केन्द्र सरकार ने देशवासियों के 2020 के पहले दिन जोर का झटका धीरे दिया है। एक तरफ रेलवे ने रेलयात्रा के दामों में बढ़ोतरी की वहीं दूसरी पेट्रोलियम मंत्रालय ने भी रसोई गैस के दाम बढ़ा दिये हैं। केन्द्रीय रेलवे मंत्रालय का कहना है कि वो लगभग छह साल बाद यात्री किराये में बढ़ोतरी की गयी है। वहीं यह भी देखा गया है कि समय समय पर रेलवे ने अन्य मदों में शुल्क बढ़ाया है। यह वृद्धि 31 दिसंबर की रात 12 बजे के बाद से लागू भी कर दी गयी है।
2020 के पहले दिन ही रेलवे ने यात्रियों को मूल्यवृद्धि का झटका दिया है। नये साल एक जनवरी से रेलवे का सफर महंगा कर दिया गया है। रेलवे ने जनरल क्लास का श्रेणी का फेअर में एक पैसा प्रति किमी और नान एसी और ऐक्सप्रेस वाली ट्रेनों के किराये में 2 पैसे प्रति किमी वृद्धि कर दिया गया है। लेकिन उपनगरीय ट्रेनों को किराया वृद्धि से दूर रखा गया है।
किराया वृद्धि में राजधानी, शताब्दी और दूरंतो जैसी उत्कृष्ट ट्रेनें भी शामिल हैं। 1447 किमी की दूरी तय करने वाली दिल्ली—कोलकाता राजधानी के फेयर में चार पैसे प्रति किमी की बढ़ोतरी की गयी है। इसके किराये में 58 रुपये की बढ़ोतरी की गयी है। नये आदेश में आरक्षण और सुपरफास्ट शुल्क में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
इसी तरह केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय ने सब्सिडी वाले रसोई गैस के दामों में भी वृद्धि की गयी है। अब यह गैस का सिलिंडर 719 रुपये में मिलेगा। यह तो वही मिसाल हो गयी कि सिर मुंडाते ही ओले पड़ गये। लोग के सिर नये साल के आगमन की खुमारी भी नहीं उतरी कि सरकार ने रेलवे किराये और गैस के दामों में वृद्धि कर सबको झटका दे दिया है।