नयी दिल्ली। यूपी में कई ऐसे नेता और विधायक हैं जो अपने बयानों और कार्य प्रणालियों से विवाद में बने रहते हैं। उनमें कुछ तो सत्ताधारी दल से हैं। उनमें उन्नाव से सांसद साक्षी महाराज, बलिया के विधायक सुरेद्र सिंह, रेप के आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर और पूर्व सांसद व गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद काफी चर्चा में रहते हैं। इन्हीं में एक नया नाम जुड़ गया है खतौली के बीजेपी विधायक विक्रम सैनी। यह पहली बार मुजफ्फरनगर के खतौली से विधायक चुने गये हैं। इन्हें बीजेपी का युवा तुर्क भी कहा जाये तो गलत न होगा। बीजेपी विधायक विक्रम सैनी एक बार फिर से चर्चा में आये हैं। उन्होंने सीएए और एनआरसी पर एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यूपी में रहने वाले संप्रदाय विशेष लोगों को पाकिस्तान में नागरिकता दी जानी चाहिये। जैसा कि भारत में सीएए के तहत किया जा रहा है। इस बयान से वो एक बार फिर से चर्चा में आ गये हैं।
सपा सरकार के समय मुजफ्फनगर में हुए दंगों के दौरान विक्रम सैनी का नाम बीजेपी के इस नेता को काफी शोहरत मिली। उस दौरान दंगा कराने वाले लोगों में विक्र सैनी का भी नाम था। बाद में हुए चुनावों में विक्रम सैनी बीजेपी के टिकट पर एमएलए बने। पिछले साल उन्होंने यह बयान दे कर चौका दिया था कि अब भाजपा के कुंवारे नेता कश्मीर में प्लाट खरीद सकेंगे और वहां कि गोरी गोरी कश्मीरी लड़कियों को दुल्हन बना पायेंगे। उनका यह बयान भी काफी विवाद में रहा जब उन्होंने अपनी मंशा जतायी कि यदि उन्हें कोई ऐसा मंत्रिमंडल मिल जाये जिसके तहत वो देश के सभी सताये लोगों एक साथ बम से उड़ा सकें। हाल ही में उन्नाव के सांसद साक्षी महाराज ने जेएनयू हिंसा पर यह बयान दिया था कि जेएनयू का इलाज होना जरूरी था।