
युवराज सिंह किसी परिचय के मोहताज नहीं। उनके बल्ले से निकले 2007 के टी—20 कप में स्टुअर्ट ब्राड के एक ओवर में छह छक्के विश्व के हर क्रिकेट प्रेमी के दिलों में आज भी ताजा है। युवी ऐसे युवा खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपने जोश और जिंदादिली से कैंसर की जंग भी जीत ली। युवराज जब तक क्रीज पर रहते लोगों को मैच में कुछ भी होने की उम्मीद कायम रहती थी। उन्होंने न केवल अपने बल्ले से ही नहीं बल्कि फिरकी गेदबाजी से भी सामने वाली टीम के बल्लेबाजों को शिकार भी बनाया। लेकिन 10 जून 2019 को अचानक प्रेस कान्फ्रेंस में यह कह कर सबको हैरान कर दिया कि वो अब इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले रहे हैं।
युवराज ने नम आंखों से क्रिकेट को विदा कहते हुए कहा कि आज मैं जो भी हूं वो सब क्रिकेट की वजह है। मेरे खेल ने जितना देश को दिया है देश और देशवासियों उससे कई गुना ज्यादा प्यार सम्मान और यश दिया है। आज क्रिकेट जगत में भारतीय टीम की जो शान और धमक है उसे देख कर मुझे गर्व हो रहा है कि कभी मैं भी इस गौरवशाली टीम का सदस्य रहा था।
12 दिसंबर 1981 को पंजाब के चंडीगढ़ में जन्मे 37 साल के इस तेज तर्रार क्रिकेट खिलाड़ी युवराज की प्रतिभा का लोहा देश ही में नहीं बल्कि पूरी दुनिया के क्रिकेट खिलाड़ी मानते हैं। युवी ने भारतीय टीम में रहते हुए हर फार्मेट में अपने उम्दा खेल का प्रदर्शन किया। उनकी आतिशी बल्लेबाजी से भारत ने कई हारते हुए मैचों को जीता है। युवी न केवल अपनी बल्लेबाजी बल्कि चुस्त दुरुस्त फील्डिंग के लिये भी जाने जाते हैं। मजाल है कि कोई गेंद युवी के आसपास से भी गुजर जाये। बहुत से कठिन कैच पकड़ कर दर्शकों को हैरान कर चुके हैं। युवराज पूर्व तेज गेंदबाज और पंजाबी ऐक्टर योगराज सिंह के बेटे है। योगराज प्रथम श्रेणी मैचों में उत्कृष्ट खिलाड़ी माने जाते हैं।
युवराज ने अक्टूबर 2000 में वन डे क्रिकेट में कीनिया के खिलाफ पहला मैच खेला था। 30 जून 2017 को युवराज ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ लास्ट वन डे खेला था। युवराज ने 304 मैचों की 278 पारियों में 40 बार नाट आउट रहते हुए 8701 रन बनाये हैं। इनका सर्वाधिक स्कोर 150 रन का है। युवी ने वन डे में 14 शतक और 52 अर्धशतक बनाये है। 16 अक्टूबर 2003 में यूवी ने न्यू जीलैंड के खिलाफ अपने पहले टैस्ट मैच का आगाज किया था। युवराज ने 40 टैस्ट मैच की 62 पारियों में छह बार नाट आउट रहते हुए 3277 रन बनाये है। इनका सबसे अधिक स्कोर 169 रहा है। इसमें 3 सेंचुरी और 11 अर्धशतक भी शामिल है। टी 20 में युवराज ने 2007—2017 तक शानदार खेल का प्रदर्शन किया। उन्होंने 58 मैचों की 51 पारियों में 1177 रन बनाये हैं। नौ बार नाबाद रहे और इनका सर्वाधिक स्कोर 77 नाबाद रहा है।
2011 में युवराज कैसर जैसे घातक रोग के शिकार हो गये। उनके बायें फेफड़े में कैंसर हो गया। जिसके इलाज के लिये मार्च 2012 में विदेश जाना पड़ा। कैसर से जंग जीतते हुए उन्होंने अप्रैल 2012 में स्वदेश वापसी की। इसी साल उनके खेल को देखते हुए उन्हें खेल का सर्वश्रेष्ठ अर्जुन गया।पुरस्कार सम्मानित किया