नई दिल्ली दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने केजरीवाल सरकार के शिक्षा मॉडल की आंकड़ों के साथ धज्जियां उड़ाते हुए ‘‘पोस्ट मार्टम रिपोर्ट’’ जारी की। उन्होंने पूछा कि 46 प्रतिशत बजट शिक्षा के क्षेत्र में खर्च ही नही हुआ और सरकार कह रही है कि हमारा शिक्षा मॉडल सबसे बेहतर है। उन्होंने शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया पर तंज कसते हुए कहा कि यदि उनके शिक्षा मॉडल को किसी राज्य में लागू कर दिया गया तो वहां पर भी सरकारी स्कूलों से बच्चे निकलने शुरु हो जायेंगे। इस मौके पर पूर्व शिक्षा मंत्री अरविन्दर सिंह लवली, मुख्य प्रवक्ता व वरिष्ठ नेता मुकेश शर्मा व पूर्व विधायक अनिल भारद्वाज व निगम पार्षद कैप्टन खविन्द्र सिंह भी मौजूद थे।
सुभाष चोपड़ा व अरविन्दर सिंह लवली ने कहा कि आप पार्टी की सरकार ने दिल्ली के बच्चों के साथ एक बड़ा अपराध करके बच्चों को ही दो श्रेणियों मे बांट दिया है, जिससे उन पर मनोविज्ञानिक दवाब पड़ा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा मॉडल की आड़ में कांग्रेस शासन में बने कमरों पर सफेदी करके ठेकेदारों को फायदा पहुचाने वाले इस मॉडल की जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन में आने के बाद इस घोटाले की जांच कराऐगी। उन्होंने आंकड़ो का हवाला देते हुए कहा कि कांग्रेस जब सत्ता में आई तब शिक्षा में बजटीय प्रावधान 866 करोड़ था और जब कांग्रेस ने सता छोडी तो बजट 5912 करोड़ था। उन्होंने कहा कि वहीं दूसरी ओर केजरीवाल सरकार ने 5 सालों में शिक्षा के क्षेत्र में निर्धारित 26,577 करोड़ में से केवल 12,243.06 करोड रुपये ही खर्च किया है। जिससे साबित होता हे कि यह सरकार केवल विज्ञापनों के माध्यम से दिल्ली की जनता को गुमराह कर रही है।