नयी दिल्ली। झारखंड के पूर्व मंत्री व एमएलसी सरयू राय ने भी बीजेपी की जड़ों में मट्ठा उालने का काम शुरू कर दिया है। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ ही जमशेदपुर पूर्व से उम्मीदवार का पर्चा दाखित कर दिया है। ऐसे में बीजेपी को अपने ही गढ़ में सीएम की साख बचाने में लाले पड़ रहे है। ऐसी संकट की घड़ी में बिहार के सीएम नितीश कुमार ने भी सरयू राय का समर्थन कर दिया है। जदयू के एक नेता ने सार्वजनिक रूप से कहा कि अगर सरयू राय प्रचार के लिये अनुरोध करेंगे तो नितीश कुमार उनके लिये प्रचार कर सकते हैं। इससे साफ जाहिर हो रहा है कि एनडीए के कुनबे में भगदड़ शुरू हो गयी है। अगला झटका बीजेपी को बिहार में लग सकता है।
बीजेपी के सितारे पिछले एक माह से ठीक नहीं चल रहे है। 24 अक्टूबर को महाराष्ट्र विधानसभा के रिजल्ट आने के बाद जैसे बीजेपी शिवसेना की दोस्ती को विपक्ष की नजर लग गयी। पहले शिवसेना ने बीजेपी का हाथ झटका और अपनी महत्वकांक्षाओं की प्राप्त करने के लिये विचारधारा को किनारे कर अन्य राजनीतिक दलों से हाथ भी मिला लिये। इससे बीजेपी को बड़ा झटका लगा। अभी बीजेपी इस सदमे से बाहर भी नहीं आ पायी कि झारखंड में भी एनडीए के एक पुराने घटक ने भी बीजेपी को आंखें दिखाना शुरू कर दी। आल झारखंड स्टूडेंट यूनियन ने भी बीजेपी से तालमेल न होने की बात कह कर अपने बूते पर ही विधानसभा चुनाव लड़ने की बात कह दी। उसके बाद सरकार में मंत्री और बीजेपी के एमएलसी सरयू राय ने दोनों पदों से इस्तीफा देते हुए बागी रुख अपना लिया है।