Edited By Priyesh Mishra | पीटीआई | Updated:
- अमेरिका में चीन के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा, कई सीनेटरों ने प्रतिबंध लगाने के लिए संसद में पेश किया विधेयक
- अमेरिकी सीनेटर थॉम टिलिस ने 18 सूत्रीय प्रस्ताव पेश किया , चीन की जवाबदेही तय करना है मकसद
- विधेयक पारित हुआ तो चीन पर होगा बड़ा असर, राष्ट्रपति को मिलेगा चीन की संपत्तियों को जब्त करने, यात्रा संबंधी प्रतिबंध लगाने, वीजा रद्द करने का अधिकार
- अमेरिका में बेकाबू हुआ कोरोना, अबतक 80 हजार से ज्यादा लोगों की मौत
एजेंसी
कोरोना वायरस की संक्रमण से जूझ रहे अमेरिका में चीन के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा है। कई अमेरिकी नेता चीन के ऊपर संक्रमण संबंधी डेटा को छुपाने और जांच में सहयोग न करने का खुलेआम आरोप भी लगा चुके हैं। इस बीच अमेरिका के एक शीर्ष सांसद ने चीन की सरकार को कोविड-19 वैश्विक महामारी का कारण बनने वाले उसके झूठ, छल और बातों को गुप्त रखने की कोशिशों के लिए जिम्मेदार ठहराए जाने को लेकर 18 सूत्री योजना सामने रखी है। भारत के साथ सैन्य संबंध बढ़ाना इस योजना का एक हिस्सा है।
चीन ने जानबूझकर फैलाया वायरस
सीनेटर थॉम टिलिस ने चीनी प्रशासन की आलोचना करते हुए कहा कि वहां की कम्यूनिस्ट सरकार ने दुर्भावनापूर्वक कोरोना वायरस को फैलाया है जिससे लाखों अमेरिकी पीड़ित हैं। यह ऐसा देश है जो अपने ही देश को लोगों को डिटेंशन कैंपों में कैद कर रही है और हमारे सहयोगियों के संप्रभुता को धमकी दे रही है।
चीन को बनाया जाए जवाबदेह
सीनेटर ने कहा कि अमेरिका के लिए यह जागने का समय है। मेरी यह योजना चीनी सरकार को कोरोना वायरस के बारे में झूठ बोलने के लिए जवाबदेह बनाएगी। इसके जरिए अमेरिकी लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा और अर्थव्यवस्था को हुए नुकसान की भरपाई के लिए चीन पर प्रतिबंध भी लगाया जाएगा।
कोरोना वायरसः अमेरिका ने शुरू किया चीन से निवेश वापस लेना
मित्र देशों से सैन्य सहयोग बढ़ाए अमेरिका
इस योजना के अंतर्गत पैसिफिक डिटरेंस इनिशिएटिव नाम के एक कार्यक्रम के शुरू करने की मांग की गई है। जिसमें 20 बिलियन डॉलर के सैन्य साजो-सामान की फंडिग भी अमेरिका की तरफ से की जाएगी। इस इनिशिएटिव के जरिए क्षेत्रीय सहयोगियों के साथ सैन्य संबंधों को मजबूत किया जाएगा।
भारत को दे स्टेट ऑफ द ऑर्ट हथियार
इसके अलावा सीनेटर ने भारत, ताइवान और वियतनाम को स्टेट ऑफ द आर्ट सैन्य उपकरणों के बिक्री को मंजूरी देने की मांग भी की है। उन्होंने जापान और दक्षिण कोरिया को सेना के पुर्नगठन और घातक मिलिट्री साजो-सामान के लिए मदद देने की अपील भी की।
डोनाल्ड ट्रंप ने दी चीन को धमकी, बोले- हम सारे रिश्ते तोड़ सकते हैं
चीन से मैन्यूफैक्चरिंग कंपनियों को वापस लाएं
उन्होंने अपनी योजना में यह भी कहा है कि चीन में मौजूद सभी अमेरिकी मैन्यूफैक्चरिंग कंपनियों को अपने देश वापस लाया जाए। वहीं, चीन के ऊपर सामान के लिए निर्भरता को खत्म भी किया जाए। उन्होंने कहा कि हमें चीन को अपनी तकनीकी को चोरी करने से भी रोकना होगा और अमेरिकी कंपनियों को हमारे तकनीकी लाभ को हासिल करने के लिए आगे बढ़ाना होगा।
सभी देश लगाएं चीन पर प्रतिबंध
सीनेटर ने अमेरिकी राष्ट्रपति से अपील करते हुए कहा कि उन्हें अपने सहयोगी देशों से भी ऐसे ही प्रतिबंध लगाने के लिए कहना चाहिए। जिससे चीन को उसके किए की सजा मिल सके। हम मिलकर चीनी हैकर्स को भी रोके और अपनी साइबर सुरक्षा को मजबूत करें।
ट्रंप ने चीन से अमेरिकी पेंशन निधि निवेश निकाला
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पुष्टि की है कि उनके प्रशासन ने चीन से अरबों डॉलर के अमेरिकी पेंशन निधि निवेश निकालने के लिए कहा है और इसी तरह के अन्य कदमों पर विचार किया जा रहा है। चीन पर बौद्धिक संपदा और अनुसंधान कार्य से जुड़ी जानकारियां चोरी करने का भी आरोप लगाया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अरबों डॉलर, अरबों … हां, मैंने इसे वापस ले लिया।