राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार (22 मई) को सीजन के सबसे गर्म दिन के रूप में दर्ज किया गया। शहर के कुछ हिस्सों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस को पार किया। मौसम विज्ञान विभाग के उत्तर-पश्चिम मौसम विज्ञान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव के कहा, “दिल्ली में गर्म हवा चलने से पालम और लोधी पर काफी गर्मी देखने को मिली। यहां इस मौसम का उच्चतम तापमान, क्रमश: 45.4 और 44.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा।”

पालम और लोधी क्षेत्रों के तापमान में 5 डिग्री की बढ़ोत्तरी देखने को मिली। सफदरजंग में तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हीटवेव को तब घोषित किया जाता है जब लगातार दो दिनों के लिए अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस और गंभीर हीटवेव तब होता है जब पारा दो दिनों के लिए 47 डिग्री सेल्सियस के पैमाने को छू लेता है।

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इससे पहले शुक्रवार को आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने आईएएनएस को बताया कि चक्रवात अम्फान के बाद उत्तर और मध्य भारत में तापमान में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा, “जब चक्रवात बंगाल की खाड़ी में बनता है, तो हवा उत्तर-पश्चिम से समुद्र तट की ओर बहती है। इस समय, राजस्थान से उत्तर प्रदेश, बिहार और दिल्ली तक गर्म हवाएं चल रही हैं जिससे अधिकतम तापमान के कारण गर्मी बढ़ी है।”

निजी पूर्वानुमान लगाने वाली एजेंसी स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा कि 27 मई तक देश भर में शुष्क और गर्म हवाएं चलेंगी। मई में ही नहीं, बल्कि जून में भी देश के कई हिस्सों में गर्मी का असर बढ़ सकता है। आईएमडी ने यह भी चेतावनी दी है कि अगले पांच दिनों तक राजस्थान और मध्य प्रदेश में हीटवेव की स्थिति बनी रहेगी।





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