रेल मंत्री पीयूष गोयल ने प्रवासी श्रमिकों की वापसी के लिए कई गैर-बीजेपी शासित राज्य सरकारों से सहयोग न मिलने का आरोप लगाया है। पीयूष गोयल ने कहा कि इससे मैं दुखी हूं कि कई राज्य जैसे पश्चिम बंगाल, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड अपने राज्यों में पर्याप्त संख्या में श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को आने की इजाजत नहीं दे रही है।
रेल मंत्री ने आगे कहा, पश्चिम बंगाल सरकार ने पहले सिर्फ 2 ट्रेन की इजाजत दी, लेकिन गृह मंत्रालय की तरफ से लिखे जाने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 8 और ट्रेनों को इजाजत दी है। लेकिन, आज दोपहर बाद तक पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से 8 में से सिर्फ 5 ट्रेनों को ही इजाजत दी गई।
गोयल ने कहा, “एक बार फिर से मैं पश्चिम बंगाल सरकार से यह अपील करता हूं कि 30 दिन में 105 ट्रेनों को इजाजत देने की बजाय हर दिन 105 ट्रेनों को इजात दे दें। हम पश्चिम बंगाल में फंसे हुए उन सभी श्रमिकों को उनके घर वापस पहुंचा देंगे जहां वह जाना चाहते हैं।”
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West Bengal first gave permission for only 2 trains,but after Union Home Minister wrote to state CM then announcement was made that 8 more trains will be allowed. But until today afternoon, only 5 out of those 8 trains were allowed by WB Govt: Union Railways Minister Piyush Goyal https://t.co/FkibdVvrST
— ANI (@ANI) May 14, 2020
निर्मला सीतारमण की तरफ से गुरुवार दूसरी किश्त के ऐलान पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए रेल मंत्री ने कहा, “आज जिन कदमों का वित्तमंत्री ने ऐलान किया है मैं ऐसा मानता हूं कि इस अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिलेगी और उसे दोबारा पटरी में लाने में मदद मिलेगी। इससे समाज के सभी वर्गों को एक नई शुरुआत में मदद मिलेगी।”
आपको बता दें कि बीते दिनों पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक के दौरान कहा था, ‘एक राज्य के तौर पर हमले कोरोना संक्रमण से लड़ने में अपना बेहतर कर रहे हैं। केन्द्र को इस मुश्किल घड़ी में राजनीति नहीं करनी चाहिए।’ ममता ने कहा था कि हम अंतरराष्ट्रीय सीमाओं और अन्य बड़े राज्यों घिरे हुए हैं और इसका सामना करना चुनौतीपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सभी राज्यों को बराबर का महत्व मिलना चाहिए और हमें टीम इंडिया की तरह काम करना चाहिए।
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