सोना की कीमतों के साथ कोरोना का बड़ा कनेक्शन दिख रहा है। कोरोना काल में सोने की कीमतें आसमान छू रही हैं। कुछ सर्राफा बाजार में तो 10 ग्राम सोने की कीमत 50000 तक का भी स्तर देख चुकी है। आम आदमी भले ही इस दौरान सोना कम खरीद रहा हो, लेकिन इसकी कीमतें कम होने का नाम ही नहीं ले रहीं। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि जबतक कोरोना का संक्रमण दुनिया भर के देशों में बढ़ता रहेगा तब तक सोने की कीमतें कम होने के आसार नजर नहीं आ रहे।
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केडिया कमोडिटीज के डायरेक्टर अजय केडिया कहते हैं कि कोरोना वायरस का संक्रमण कम होने के बजाय बढ़ता जा रहा है। इससे शेयर बाजारों में जहां अनिश्चितता का माहौल है वहीं रियल एस्टेट भी पस्त पड़ा है। इस दौर निवेशकों के लिए सबसे सुरक्षित सोना ही नजर आ रहा है। निवेशकों का रुझान गोल्ड, गोल्ड ईटीएफ और बॉन्ड की तरफ बढ़ा है। यही वजह है कि सोने के रेट बढ़ते जा रहे हैं।
सोना कब होगा सस्ता
सोना कब सस्ता होगा? इस सवाल पर केडिया कहते हैं कि सोने के दाम तभी गिरेंगे जब मार्केट में कोई कोरोना की वैक्सीन आ जाए और वह सफल भी हो। इसके अलावा भारत और चीन सोना नहीं खरीदते हैं तो दाम कुछ कम हो सकते हैं। फिर भी सोना 44000 से नीचे नहीं जाएगा। ये करेक्शन कोरोना वैक्सीन आने पर दिख सकता है।
महंगा है पर अभी फायदा का सौदा है सोना
दो साल में सोने ने 55% रिटर्न दिया, पिछले छह महीने में ही 24% तक बढ़ इसकी कीमत बढ़ चुकी है। वहीं इंडिया बुलियन एवं ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) की डायरेक्टर तान्या रस्तोगी कहती हैं, ‘लोगों को 50000 रुपये पर सोना महंगा लग सकता है, लेकिन सोना खरीदने का अब भी अच्छा समय है। दिवाली तक कीमत 82000 रुपए से पार जा सकती है।’
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विशेषज्ञों की मानें तो कोरोना संकट के बीच जारी वैश्विक अनिश्चितता के चलते सोने में तेजी का दौर जारी रह सकता है। सोने के दाम में तेजी पिछले एक दशक से जारी है। सितंबर 2018 से सोना 55 फीसद तेज है। इस साल 6 महीने में ही 24 प्रतिशत की तेजी आई है। अगले 2 साल में सोने के भाव प्रति 10 ग्राम 20000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक बढ़ सकते हैं।
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एक जुलाई को देशभर के सर्राफा बाजारों में सोना 48980 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया था। वहीं तीन जुलाई शुक्रवार को 24 कैरेट सोना 48354 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। इससे पहले अगर जून की बात करें तो 27 जून के बाद से अब तक सोना 48000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बना हुआ है। जबकि चांदी में मामूली गिरावट आई है।अजय केडिया के मुताबिक सोने के रेट में पिछले 3 दिन से हो रही गिरावट के पीछे कोरोना वैक्सीन को लेकर उत्साहजनक खबरें हैं। हालांकि यह गिरावट अस्थाई है, कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं और ऐसे में कीमतें और बढ़ेंगी।
कौन कर रहा है खरीदारी
सोने की खरीदारी कई वजहों से की जाती है। मसलन, आम आदमी गहनों के रूप में सोने की खरीदारी करता है । इसी तरह विभिन्न देशों के केंद्रीय बैंक अपनी मुद्रा को मजबूदी देने के लिए सोने की खरीदारी करते हैं । शेयर बाजार में तेज गिरावट और अर्थव्यवस्था में संकट के दौर में तमाम फंड मैनेजर पोर्टफोलियो में सोने की हिस्सेदारी बढ़ाते हैं क्योंकि सोना सेफ हैवन इन्वेस्टमेंट यानी सुरक्षित निवेश विकल्प माना जाता है । केंद्रीय बैंक, फंड मैनेजर्स, स्वतंत्र निवेशक आदि ये सभी लोग पूरी दुनिया में अलग अलग एक्सचेंज पर सोने की खरीदारी कर रहे हैं । सोने के भाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी रिकॉर्ड उंचाई पर है । इसी वजह से भारत में सोने में तेजी देखने को मिल रही है ।