Edited By Dil Prakash | टाइम्स ऑफ इंडिया | Updated:
- करीब दो महीने बाद सोमवार से शुरू हो रही हैं घरेलू उड़ानें
- तमिलनाडु और महाराष्ट्र जैसे राज्य कर रहे हैं विरोध
- एयरलाइन कंपनियों ने शुरू की बुकिंग, शुक्रवार शाम तक एक लाख से अधिक बुकिंग
- स्वस्थ बुजुर्ग भी कर सकेंगे यात्रा, आरोग्य सेतु एप अनिवार्य नहीं
नई दिल्ली
करीब दो महीने के कोरोना लॉकडाउन के बाद सोमवार से घरेलू उड़ानें फिर से शुरू होने जा रही हैं। सरकार का कहना है कि स्वस्थ बुजुर्गों को हवाई यात्रा करने से नहीं रोका जाएगा और आरोग्य सेतु एप का इस्तेमाल भी अनिवार्य नहीं है। हालांकि तमिलनाडु और महाराष्ट्र जैसे राज्य इसका विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि हवाई यात्रियों को सफर पूरा करने के बाद क्वारंटीन करना व्यावहारिक नहीं है।
डीजीसीए ने गुरुवार को कहा था कि सोमवार से हर हफ्ते 8,216 उड़ानों के संचालन की अनुमति होंगी जबकि एयरलाइन कंपनियों ने गर्मियों में हर हफ्ते 24,643 उड़ानें संचालित करने की योजना बनाई थी। डीजीसीए की घोषणा के साथ ही एयरलाइन कंपनियों ने गुरुवार रात से ही बुकिंग शुरू कर दी थी।
एक लाख से अधिक बुकिंग
सभी एयरलाइनें 25 मई से बुकिंग ले रही हैं लेकिन गोएयर 1 जून से आगे की टिकट बुक कर रही है। शुक्रवार शाम 5 बजे तक एक लाख से अधिक बुकिंग हो चुकी थी। इनमें से करीब 60 हजार टिकटें देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के खाते में आई हैं।
नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, ‘25 मार्च से 1 जून के बीच काफी कुछ बदलाव होने जा रहा है। हम इन बदलावों के साथ आगे बढ़ रहे हैं। अगर कुछ राज्यों को आपत्ति है तो यह व्यावहारिक नहीं है। अगर हम 1 जून से भी शुरू करते तो हमें इसी तरह की स्थिति का सामना करना पड़ता।’ उन्होंने कहा कि जो राज्य सोमवार से घरेलू उड़ानों का विरोध कर रहे हैं, वे ट्रेनों को स्वीकार कर रहे हैं जबकि विमानों से आने वाले लोगों की संख्या बहुत कम है। मुझे नहीं लगता है कि इसमें कोई दिक्कत है।
शर्तें पूरी करने पर मिलेगा बोर्डिंग कार्ड
पुरी ने कहा कि कुछ ही घंटों में बड़ी संख्या में बुकिंग हो गई। इससे पता चलता है कि मांग कितनी ज्यादा है। हम विदेश से आए यात्रियों को नहीं भेज रहे हैं। विदेश से आ रहे लोग भी सारे एहतियात बरत रहे हैं और फिर राज्यों के पास उनके लिए क्वारंटीन फैसलिटी भी है। हम घरेलू यात्रियों को ले जा रहे हैं जो वेब चैक इन के दौरान डिक्लरेशन भी दे रहे हैं। इसमें उन्हें कई सवालों के जवाब देने होंगे जैसे वे कंटेनमेंट जोन से नहीं आ रहे हैं या पिछले दो महीने में उन्हें कोविड-पॉजिटिव नहीं पाया गया है। अगर वे इन सभी शर्तों को पूरा करते हैं तभी उन्हें बोर्डिंग कार्ड दिया जाएगा।
बुजुर्गों के हवाई सफर से रोकने के बारे में उन्होंने कहा, ‘यह एडवाइजरी न केवल बुजुर्गों के लिए बल्कि गर्भवती महिलाओं और दूसरी बीमारियों से जूझ रहे लोगों पर भी लागू होती है। शुरुआत में केवल वही लोग हवाई सफर करेंगे जिन्हें बहुत जरूरत है। अगर आप बुजुर्ग और स्वस्थ हैं और हवाई यात्रा करना चाहते हैं तो आप ऐसा कर सकते हैं। इसी तरह हवाई सफर के लिए आरोग्य सेतु का इस्तेमाल अनिवार्य नहीं है। किसी स्वस्थ बुजुर्ग को यात्रा करने से नहीं रोका जाएगा।’