
किसने शिंदे गुट और सरकार पर चलाया डंडा
मद्रास हाईकोर्ट और सुप्रीमकोर्ट के दो फैसलों पर आज विशेष चर्चा हो रही है। मद्रास हाईकोर्ट ने स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाम कामरा की बेल रिट पर राहत देते हुए कहा कि कुणाल के गानों में ऐसा कुछ भी नहीं है जिस पर उसके खिलाफ कोई मामला दर्ज हो। कोर्ट ने कामरा की गिरफ्तारी पर स्टे करते हुए जमानत दे दी है। इसे कुणाल कामरा को भारी राहत मिली है। मुंबई पुलिस उसकी गिरफृतारी के लिये जगह जगह रेड डाल रही थी। कोर्ट की इस राहत से महाराष्ट्र सरकार और शिवसेना को करारा तमाचा माना जा रहा है। बताया जा रहा है। शिवसेना कार्यकर्ता कामरा को सोशल मीडिया और फोन पर जान से मारने की धमकी दे रहे है। उनका कहना है कि कुणाल ने उनके नेता पूर्व सीएम एकनाथ शिंदे का अपमान किया है। अफसोस की बात है कि आज के समय में कोई नेता अपनी निंदा और आलोचना सुनने को तैयार नहीं है। सरकार और दल की शह पर उनके कार्यकर्ता गुंडई पर उतर आते हैं। ये लोग आगजनी मारपीट और अमन शांति को भी भंग करने से भी नहीं चूकते हैं।
इमरान प्रतापगढ़ी को सुप्रीम राहत
दूसरी ओर सुप्रीमकोर्ट ने कांग्रेस राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी के केस में उनको बड़ी राहत दी है। दो जजों की बेंच में अभय एस ओका और उज्जवल कुमार भुइंया ने कहा कि देश के संविधान में हर व्यक्ति को विचारों की अभिव्यक्ति की आजादी है। उन पर किसी भी प्रकार का आपराधिक मामला नहीं बनता है। दोनों ही जजों ने बड़ी गंभीरता से मामले को सुना और केस खत्म करने का आदेश गुजरात पुलिस को दिया है। उन्होंने इस बात पर भी पुलिस को फटकारा कि उसने मामले की बिना छानबीन किये राजनीतिक दबाव में केस दर्ज कर दिया। इसके साथ ही सुप्रीमकोर्ट के जजों ने निचली अदालत से लेकर गुजरात हाईकोर्ट के जजों की निष्ठा और मंशा पर भी करारा प्रहार करते हुए कहा कि यदि वो इस कविता को पढ़ भी लेते तो वो ऐसा फैसला नहीं करते।
कुणाल कामरा माफी नहीं मांगेंगे
पिछले एक सप्ताह से देश में स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा को लेकर मीडिया में काफी लिखा पढ़ा जा रहा है। महाराष्ट्र में राजनीतिक उबाल देखा जा रहा है। सत्ताधारी दल के कार्यकार्ता कुणाल कामरा के एक गाने को लेकर तोड़ फोड़ पर उतारू हो गये हैं। महाराष्ट्र के सीएम ने भी कामरा से माफी मांगने के लिये दबाव डाल रहे हैंं। कुणाल कामरा के खिलाफ मुंबई पुलिस ने केस भी दर्ज कर लिया है। कुणाल कामरा अपने राजनीतिक सटायरों व गानों के लिये विवादों में रहते हैं। उनका नया गानों का कलैक्शन नया भारत इस समय काफी चर्चा में आ गया है। इस कलैक्शन में फिल्मी गीतों की पैरोडी बना कर राजनीतिक व्यंग्य किये गये हैं। शिवसेना कार्यकर्तओं की गालियों और धमकियों का जमकर सामना करते हुए साफ कर दिया कि वो भीड़ के आगे झुकने वाले नहीं हैं। उनका मनना है कि उन्होंने न कोई गलत काम किया है औश्र किसी का नाम नहीं लिया है। अगर किसी को बुरा लगता है तो लगे। वो किसी के दबाव में आने वाले नहीं हैं। मद्रास हाई कोर्ट के फैसले से कुणाण कामरा को बहुत भारी राहत मिली है तो वहीं दूसरी ओर राजनीतिक दलों और सरकार को कड़ी फटकार मिली है।