Edited By Vineet Tripathi | पीटीआई | Updated:

नई दिल्ली

भारत में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। सरकार के लगातार प्रयासों के बावजूद हर दिन मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 6,654 नए मामले आए और 137 लोगों की मौत हो गई। अगर केवल मुंबई की बात करें तो यहां संक्रमितों की संख्या बढ़कर 29 हजार के करीब पहुंच गई है। पिछले 24 घंटे में मुंबई में 1566 नए मामले सामने आए और यहां संक्रमितों की कुल संख्या 28817 हो गई है।

देश में आज रिकॉर्ड मामले

भारत में इस वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 1,25,101 हो गई है। पिछले 24 घंटों में कोरोना के 6,654 नए मामले सामने आए हैं और 137 लोगों की मौत हुई है। देश में पहली बार 24 घंटों में इतनी बड़ी संख्या में कोरोना के मामले सामने आए हैं। अभी तक 3,720 लोगों की मौत हो चुकी है, हालांकि 51,784 मरीज इस बीमारी को मात देने में सफल भी हुए हैं। रिकवरी रेट में लगातार सुधार हो रहा है। यह 41.39 प्रतिशत पर पहुंच गया है। बहरहाल देश के सभी राज्यों से इसके मरीज सामने आ चुके हैं, हालांकि कई राज्य ऐसे भी हैं जो इस महामारी से मुक्त हो चुके हैं।

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70 फीसदी मामले 11नगर निगमों से दर्ज

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में आने वाले कुल नए मामलों में से 70 फीसदी मामले 11नगर निगमों से दर्ज किए जा रहे हैं। इसी सिलसिले में शनिवार को स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन ने तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल, राजस्थान के 11 नगर निगमों के आयुक्तों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की।

टेस्टिंग पर दिया जा रहा जोर

बैठक में सभी शहरों में कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए उठाए जा रहे सफल उपायों की चर्चा की गई और उसे प्रभावित निगमों में लागू करने को कहा गया। मुंबई में निजी अस्पतालों और सरकारी अस्पतालों के बीच सामंजस्य स्थापित कर उपलब्ध बेड की स्थिति दर्ज करने के लिए पोर्टल की शुरुआत करने की सलाह दी गई। प्रीति सूदन ने प्रभावित इलाकों में टेस्टिंग पर जोर देते हुए कहा कि यहां कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग को तेज किया जाना चाहिए ताकि जल्दी से जल्दी कोरोना पॉजिटिव मरीजों का पता लगाया जा सके और उनका इलाज किया जा सकें।

इंदौर का दिया उदाहरण

उन्होंने कहा कि कोरोना के मरीजों के प्रति लोगों के देखने के नजरिए में भी बदलाव लाना चाहिए, और समाज को एक दूसरे का सहयोग करना चाहिए। इंदौर का उदाहरण देते हुए सचिव ने कहा कि यहां घर घर जा कर सर्वे का काम किया जा रहा है जिससे प्राथमिक स्टेज पर ही मरीजों का पता लग पाना संभव हो पा रहा है। इससे संक्रमण के प्रसार को रोकने में मदद मिलने के साथ मरीजों का उपचार भी समय पर संभव हो पा रहा है।



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