प्राइवेट पार्ट्स से हुई छेड़छाड़ का आरोप
नयी दिल्ली। गुजरात के भुज इलाके में एक शर्मनाक वारदात को अंजाम दिया गया। 100 महिला ट्रेनी क्लर्कों को मेडिकल टैस्ट के बहाने दो तीन घंटों तक नंगा रखा गया। सूरत नगर निगम ने कथित रूप से राज्य सरकार के अस्पताल में 100 महिलाओं को काफी देर तक नंगा खड़ा किया गया। लड़कियों को 10 10 के समूह में नंगा कर मेडिकल चेकअप करने का ढोंग किया गया।
इतना ही नहीं उनका गाइनीकॉलोजिकल फिंगर टैस्ट भी किया गया। इसके साथ ही काफी निजी सवाल भी किये गये कि वो कभी गर्भवती हुई है कि नहीं। मामला सामने आने पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लिया। आयोग कार्रवाई करने के लिये पत्र भी लिखा है।
म्यूनिसपल कमिश्नर के पास एसएमसी कर्मचारी संघ ने एक शिकायत दर्ज करायी। पत्र के जरिये 100 महिला कर्मचारियों के साथ मेडिकल फिटनेस के दौरान इस तरह की अश्लीलता और बेहूदगी की वारदात बतायी गयी।
नगरपालिका आयुक्त के पास एसएमसी कर्मचारी संघ की दर्ज शिकायत के मुताबिक, लगभग 100 कर्मचारियों को उस समय जोरदार झटका लगा जब वे अपने अनिवार्य फिटनेस परीक्षण के लिए सूरत म्यूनिसिपल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च पहुंचीं। वरिष्ठ निगम कर्मचारी ने कहा, महिला कर्मचारियों को एक कमरे में लगभग 10 के समूहों में एक साथ नग्न खड़े होने के लिए मजबूर किया गया, जहां उनकी गोपनीयता का कोई ख्याल नहीं रखा गया था. दरवाजा ठीक तरह से बंद नहीं था और केवल पर्दे लगा हुआ था। जानकारी के अनुसार महिलाओं को विवादित टू फिंगर चेकअप से भी गुजरना पड़ा। पीड़िताओं ने महिला डाक्टरों पर निजी अंगों के साथ छेड़छाड करने का आरोप भी लगाया है। ये भी जानकारी में आया है कि पुरुष कर्मचारियों के साथ ऐसे किसी मेडिकल चेकअप नहीं कराये जाते हैं।