आज जब हम हैप्पी मदर्स डे कह कर मां को याद कर रहे हैं तब ही यह बुरी खबर भी आई है कि एमपी में शिशु मृत्यु दर देश में सर्वाधिक है। एमपी में जन्म लेने वाले एक हजार बच्चों में से 48 बच्चे अपना पहला जन्मदिन नहीं मना पाते हें। यानि एक साल के अंदर ही मां अपने बच्चे खो देती है। बात इतनी ही नहीं है। एक साल में एमपी की शिशु मृत्यु दर यानि एमएमआर 1 पाइंट बढ़ गई है।
सैंपल रजिस्ट्रेशन सर्वे यानी एसआरएस की ही वर्ष 2017 की रिपोर्ट के अनुसार मध्यप्रदेश में शिशु मृत्यु दर देश में सबसे अधिक 47 बच्चे प्रति हजार थी। पूरे देश में यह दर 33 है।साल 2016 में भी यह दर 47 ही थी। प्रदेश में 15 साल तक भाजपा सरकार थी और अभी फिर भाजपा ने कांग्रेस सरकार गिराकर सत्ता हासिल की है। उसने अपने प्रचार में बच्चों की सेहत सुधार के लिए सबसे अधिक खर्च और काम करने का दावा किया था।
Sr. Journalist Saumitra Roy