
नयी दिल्ली। कांग्रेस इस समय अंदरूनी कलह और नेताओं की मनमानी से जूझ रही है। एक एक करके उनके नेता पार्टी से बगावत कर रहे है। ताजा मामला यूपी का सामने आया है। यूपी में कांग्रेस की रायबरेली सदर से विधायक अदिति सिंह कुछ महीनों से अपनी हरकतों और बयानों से चर्चा में आ रही है। उनके पांव भी बीजेपी की ओर बढ़ते जा रहे है। वो कुछ न कुछ हर बार ऐसा कर देती हैं कि पार्टी को जवाब नहीं देते बनता है। लेकिन उनकी बढ़ती हरकतों से नाराज पार्टी नेतृत्व ने उनको नोटिस जारी किया है। नियत समय पर उचित जवाब न मिला तो पार्टी रैंक तोड़ने के आरोप में विधायक पर कार्रवाई कर सकती है। हाल ही में प्रदेश अध्यक्ष बने अजय सिंह लल्लू ने अपने तेवर साफ कर दिये है।
हाल ही में कांग्रेस के बड़े नेता संजय निरुपम ने अपनी अनदेखी से नाराज हो कर निराशा भरे बयान दिये है। उसके बाद हरियाणा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर ने भी पार्टी से यह कह कर इस्तीफा दिया है कि राहुल गांधी के करीबियों के साथ सौतेला बर्ताव किया जा रहा है। मालूम हो कि तंवर को टिकट भी नहीं दिया गया है।
अदिति सिंह कई पार्टी लाइन से हट कर मोदी और योगी सरकार के पक्ष बयान व साथ देती दिखी है। धारा 370 हटने पर उन्होंने मोदी सरकार की तारीफ में ट्वीट किया था। जिससे पार्टी कमान काफी नाराज हुआ था। दो अक्टूबर को पार्टी ने विधानसभा के विशेष सत्र का विरोध करने का व्हिप जारी किया था। लेकिन अदिति ने उसको नजर अंदाज कर वो गुरुवार को सीएम योगी से मिलने गयीं। विधायक ने कहा कि वो सीएम से अपने इलाके की लंबित पड़ी परियोजनाओं के संबंध में बात करने गयी थी। लेकिन आजकल जो कांग्रेस में जो भगदड़ मची है उससे तो यही लगता जल्द ही अदिति सिंह कांगेस से पल्ला झाड़ कर बीजेपी का दामन थाम लेंगी। ये सब ऐसे मौके पर हो रहा है जबकि हरियाणा और महाराष्ट्र में चुनाव सिर पर है।