नयी दिल्ली। यह साल कांग्रेसी नेताओं के लिये काफी परेशानी भरा दिख रहा है। कुछ नेताओं के पीछे तो ईडी, सीबीआई और आईबी ऐसे हाथ धो के पड़ी है जैसे सारे मुजरिम, देशद्रोही और धोखेबाज कांग्रेस या विपक्ष में ही है। जो कोई भाजपा में शामिल हो गया या समर्थन दे रहा है वो तो देशभक्त या ईमानदार हो गया है। ऐसा ही कुछ हाल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम का हो रहा है। सीबीआई और ईडी ने ऐसे जकड़ लिया है कि उनकी रिहाई तो बहुत ही मुश्किल होती जा रही है। दिल्ली हाई कोर्ट में चिदंबरम ने अपनी जमानत की याचिका लगायी थी जिसका विरोध ईडी ने किया और हाई कोर्ट ने पूर्व वित्त मंत्री की जमानत याचिका खारिज कर दी है।
दिल्ली हाई कोर्ट ने आईएनऐक्स मीडिया के ईडी से जुड़े मामले में पी चिदंबरम को जमानत देने से इनकार कर दिया है। हाई कोर्ट के जज सुरेश कैथ ने अपने आदेश में कहा कि आरोपी के खिलाफ बेहद गंभीर हैं मामले में आरोपी की मुख्य आरोपी हैं। अगर इस स्टेज पर यदि याची को जमानत मिली तो 70 बेनामी बैंक खातों समेत फर्जी कंपनिया और मनी ट्रेल को साबित करना जांच एजेंसी के लिये आसान नहीं होगा।