Nawab Malik with Udhav
NCP advised to Shivsena quit NDA then we wil support you

नयी दिल्ली। महारारष्ट्र विधानसभा के रिजल्ट को आये लगभग 15 दिन हो गये हैं। लेकिन अभी तक सरकार का गठन नहीं हो सका है। राजनीतिक गतिरोध के कारण बीजेपी और शिवसेना में सहमति नहीं बन पा रही है। दोनों ही दलों में मुख्यमंत्री पद के लिये आपस में तलवारें खिंची हुई है। नौ नवंबर तक प्रदेश में सरकार बनना जरूरी है। राजनीतिक पेंच ऐसा फंसा है कि भाजपा शिवसेना के बिना सरकार बना नहीं सकती है इसके बावजूद वो शिवसेना की मांग नहीं मान रही है। शिवसेना अपनी जिद पर अड़ गयी है। ऐसे में एनसीपी और कांग्रेस ही ऐसे दल हैं जिनके सहयोग से सरकार बनायी जा सकती है। ये दोनों ही दल बीजेपी को तो समर्थन देने से रहे। शिवसेना को समर्थन देने के लिये एनसीपी ने शिवसेना के सामने एक शर्त रखी है कि यदि शिवसेना के एकमात्र मंत्री अरविंद सावंत इस्तीफा दें। इसके अलावा शिवसेना यह ऐलान करे कि वो एनडीए से नाता तोड़ती है तो सरकार के लिये विकल्प तलाशा जा सकता है।
एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने मंगलवार को कहा कि अगर शिवसेना यह घोषणा कर दे कि उसने भाजपा से संबंध तोड़ दिया है तो महाराष्ट्र में एक राजनीतिक विकल्प बनाया जा सकता है। एनसीपी के सूत्र बताते हैं कि पार्टी चाहती है कि शिवसेना के अरविंद सावंत मंत्री पद से इस्तीफा दे दें। नवाब मलिक ने कहा कि इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता है कि अगर भाजपा शिवसेना को मुख्यंमंत्री पद दे देती है। लेकिन अगर भाजपा ऐसा नहीं करती है तो एक विकल्प दिया जा सकता है। इसके लिये शिवसेना को भाजपा व एनडीए से संबंध तोड़ना होगा। इसके बाद ही एनसीपी अपने पत्ते खोलेगी। वैसे शिवसेना के एक नेता का मानना है कि यदि नितिन गडकरी चाहें तो इस मसले का हल निकाला जा सकता है।

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