नयी दिल्ली। लगभग पिछले एक माह से महाराष्ट्र में पीएमसी बैंक के चर्चे पूर देश में छा गये है। आरबीआई ने इस बैंक की कार्यप्रणाली पर शक जताते हुए उसके लेनदेन पर रोक लगा दी। बताते हैं कि इस बैंक के प्रबंधन ने वित्तीय गड़बड़ी की है। इसके चलते उनके निदेशकों को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। प्रदेश सरकार न तो इन खाताधारकों की समस्या को समझने का प्रयास कर रही हे और न ही आरबीआई। खाताधारकों के लिये हालाज जीने और मरने के हो गये है। लेकिन इससे महाराष्ट्र सरकार ने हाथ खड़े कर दिये। विधानसभा चुनावों में स्थानीय लोगों ने शायद उम्मीद से भाजपा को दोबारा सत्ता सौंपी शायद प्रदेश सरकार उनके दुख के समय में उनके साथ खड़ी होगी लेकिन चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद जब खाताधारक अपने सीएम से मिलने उनके आवास पर गये। लोगों को यह आस थी कि मुख्यमंत्री उनके जख्मों पर मरहम लगायेगी। उनके बुरे वक्त में उनके पीछे खड़ी रहेगी। सीएम ने मिलने के बजाये उनको वैन में भरकर वहां से हटवा दिया। सरकार व किस्मत के मारे ये खाताधारक अब आत्महत्या करने के लिये मजबूर हो रहे हैं। पीएम और सीएम तो दीपावली जश्न में लाखों दीपक जलाकर अपनी खुशियां मना रहे लेकिन पीएमसी बैंक के खाताधारकों की दीपावली काली कर के।
महाराष्ट्र में पीएमसी बैंक के खाताधारक दाने दाने को मोहताज हो रहे हैं। लोगों की जिंदगी बद से बद्तर हो रही है। हमारे पीएम को न तो उनकी बदहाली से लेना देना और न ही परेशानियों का समाधान सोचना है। वो लाखों दीपक की रौशनी फोटो सेशन करायेंगे। लोगों की जिंदगी में अंधेरा कर के देश और प्रदेश की सरकारें जीत का जश्न मनाने में मशगूल है।
यूपी में योगी जनता पर फूल बरसा रहे हैं वहां ऐसा लग रह है जैसे साक्षात रामराज्य आ गया है। दूसरी महाराष्ट्र के सीएम देवेंग्र फणनवीस के पास अपने प्रदेश के लोगों से मिलने तक का समय नहीं है। वो पुलिस से कह कर पीएमसी बेक के खाताधारकों को अपने आवास से दूर भिजवा दिया।
भारत में आजकल अजब रंग दिख रहा है मोदी जी पूरे देश के प्रधामंत्री है कि केवल अच्छे वक्त के साथी है। बुरा समय हुआ तो जनता को दुत्कार दिया और जब चाहा पुचकार दिया। लेकिन इतना तो महाराष्ट्र की जनता को उम्मीद नहीं रही होगी कि सीएम इतनी बुरी तरह अपने ही मतदाताओं के साथ बर्ताव करेंगे। दो दिन बाद ही सीएम तोताचश्म हो गये। 24 को वो दोबारा सीएम के उत्तराधिकारी बने और अगले दिन जनता को लतिया दिया।
उधर हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर की दोबारा ताजपोशी में भाजपा जुटी हुई दूसरी ओर महाराष्ट्र में भी मोदी के प्रिय सीएम देवेंद्र फणवीस भी अपने दूसरे टर्म की तेयारी कर रहे है। न तो पीएम को पीएमसी बैंक खाताधारकों की चिता है और सीएम को समय और भाग्य के मारे लोग गुजरा गवाह और लौटा बराती हो गया है। जिसकी कोई औकात नहीं होती है। खैर मोदी, देवेंद्र, खट्टर और योगी तो दीपावली की खुशियां मना रहे है लेकिन पीएमसी बैंक के खाताधाराकों की तो दीवाली काली हो गयी। ये सोचना होगा कि इनकी दीपावली काली होने के लिये कौन जिम्मेदार है।