नयी दिल्ली। आज से सात साल पहले 12 दिसंबर को भारत की बेटी निर्भया के साथ आधा दर्जन हैवानों ने दरिंदगी की थी। जिसके विरोध में देश में नहीं पूरे विश्व में शांति सभाएं और प्रदर्शन किये गये थे। तत्कालीन सरकार को भी विपक्षियों ने निशाने पर लिया था। सात साल के बाद दिलली की पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया रेप कांड के चार दोषियों को डेथ वारंट सुनाया है। इन दोषियों को 22 जनवरी को फांसी दी जायेगी। इस केस की सुनवायी पटियाला हाउस कोर्ट में चार घंटों तक बहस हुई।
मंगलवार को पटियाला हाउस कोर्ट में निर्भया गैंगरेप केस में सुनवायी हुई। अदालत ने चारों दोषियों के लिये डेथ वारंट जारी कर दिया है। चारों कल्प्रिट को 22 जनवरी की सुबह फांसी दी जायेगी। निर्भया की मां ने अदालत में यह याचिका दी थी कि चारो अपराधियों के खिलाफ डेथ वारंट इश्यू किया जाये। कोर्ट ने कहा आप अपना वकालत नामा करें। वकील एमएल शर्मा ने कहा कि मुझे आधे घंटे का समय दें। बचाव पक्ष के वकील ने कहा कि उनके मुवक्किल को जेल में प्रताड़ित किया जा रहा है। कोर्ट ने वकील से पूछा कि क्या आप दोषी मुकेश से मिले हैं। इस वकील ने कहा कि मुकेश के घर वालों ने मुझसे पैरवी करने के लिये कहा था।