
नयी दिल्ली। कमलेश तिवारी हत्याकांड की गुत्थी पुलिस और सरकार के हिसाब से सुलझ गयी है। पुलिस और सरकार इसे कमलेश कु पुराने विवादित बयान से जोड़ कर देख रहे है। इसी के आधार पर वो मुस्लिम मौलाना और युवाओं को गिरफ्तार कर जेल भी भेज रहे है। लेकिन कमलेश के परिजन और पत्नी सरकार और पुलिस की जांच और छानबीन से संतुष्ट नजर नहीं आ रहे हैं। हिन्दू समाज पार्टी की अध्यक्ष व कमलेश की पत्नी किरन के तेवर काफी तीखे हो गये हैं। सरकार की ओर से मिले 15 लाख और मकान दिये जाने की घोषणा की है। इस पर नाराज किरन तिवारी ने कहा यदि किसी बीजेपी नेता की हत्या होगी तो मैं 15 लाख अपनी ओर से जोड़ कर उनके परिजनों को 30 लाख की मदद दूंगी।
कमलेश की पत्नी किरन तिवारी ने सरकार से मिली आर्थिक मदद को नाकाफी बताते हुए उसकी तुलना दादरी कांड में अशफाक हत्याकांड से की है। किरन का कहना है कि अशफाक के परिजनों को सपा सरकार ने 50 लाख की आर्थिक मदद के साथ एक आवासीय प्लाट भी दिया था। लेकिन यूपी की भाजपा सरकार ने एक हिन्दू नेता की हत्या पर 15 लाख की मदद के साथ एक मकान देने की बात कही है। उन्होंने कहा कि वो अपने पति की हत्या में की जा रही कार्रवाई और छानबीन से संतुष्ट नहीं है। मैं इस हत्याकांड की जांच एनआईए से करवाना चाहती हूं। मुझे यूपी पुलिस और एटीएस पर भरोसा नहीं है। उन्होेन अपनी और परिवार की जान को खतरा बताते हुए जेड प्लस सुरक्षा की मांग की है।